देहरादून: हैदराबाद में डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी और हत्या ने एक बार फिर महिला सुरक्षा को लेकर बहस छेड़ दी है। महिलाओं का सड़क पर चलना सुरक्षित नहीं रह गया है। अकेली महिलाओं के साथ अपराध होने की संभावना लगातार बनी रहती है। जब तक बेटियां सुरक्षित घर नहीं पहुंच जातीं, माता-पिता बैचेन रहते हैं, कम से कम अब दून में बेटियों को सड़क पर जाकर ई-रिक्शा पकड़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वो घर बैठे ऐप के जरिए ई-रिक्शा बुक करा सकेंगी। देहरादून में राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने ग्रीन रैबिट ऐप लांच किया। महिलाओं के लिए ये ऐप किसी बड़ी सौगात से कम नहीं। इस ऐप के जरिए महिलाएं घर बैठे ई-रिक्शा की बुकिंग कर सकेंगी। ऐप की शुरुआत महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखकर की गई है।
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ऐसे ऐप की जरूरत लंबे वक्त से महसूस की जा रही थी। ये तो आप जानते ही हैं कि महिलाओं के लिए सफर सुरक्षित नहीं रह गया है। उनके खिलाफ अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। महिलाएं दुष्कर्म और छेड़छाड़ जैसी वारदातों की शिकार हो रही हैं। देहरादून में ग्रीन रैबिट ऐप महिलाओं के लिए मददगार बनेगा। ग्रीन रैबिट के जरिए महिलाओं को सुविधा के साथ-साथ सुरक्षा का अहसास भी होगा। ई-रिक्शा के लिए उन्हें भटकना नहीं पड़ेगा। महिलाएं और लड़कियां ऐप के जरिए ई-रिक्शा बुक कर सकेंगी और बिना किसी डर के सुरक्षित घर पहुंच सकेंगी। रात के वक्त उन्हें ऑटो, ई रिक्शा का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। राजभवन में हुए कार्यक्रम में राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने ऐप की शुरुआत की।