उत्तराखंड रुद्रप्रयागPahadi Black soybeans Kala Bhatt medicine to cure cancer

देवभूमि का अमृत..डायबिटीज, कैंसर जैसी बीमारियों का इलाज है भट्ट की दाल..जानिए इसके फायदे

काले भट्ट (Black soybeans, Kala Bhatt) के औषधीय गुण जानकर आप भी इसका सेवन करना शुरू कर देंगे। ये डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद है, साथ ही प्रोस्टेट और स्तन कैंसर रोकने में भी मदद करता है।

Pahadi Black soybeans: Pahadi Black soybeans Kala Bhatt medicine to cure cancer
Image: Pahadi Black soybeans Kala Bhatt medicine to cure cancer (Source: Social Media)

रुद्रप्रयाग: पहाड़ी व्यंजन स्वाद के साथ-साथ सेहत की कसौटी पर भी खरे उतरते हैं। पहाड़ के बुजुर्ग लोग मोटे अनाज के औषधीय गुणों से अच्छी तरह वाकिफ थे, तभी तो मोटा अनाज उनके खान-पान का अहम हिस्सा होता था। काला भट्ट भी ऐसा ही मोटा अनाज है, जिसमें कैंसर जैसी बीमारियों को रोकने के गुण हैं। पहाड़ में सोयाबीन यानी भट्ट की खेती होती है। पहाड़ी इलाकों में भट्ट की अलग-अलग तरह की किस्में मिलती हैं। पारंपरिक व्यंजनों में काले भट्ट (Pahadi Black soybeans, Pahadi Kala Bhatt) की दाल को खूब पसंद किया जाता है। मार्केट में इसकी खास डिमांड है। काले भट्ट से चुड़कानी, रसभात, दाल, भट्ट के डूबके जैसे कई व्यंजन (pahadi kala bhatt recipe) बनाए जाते हैं। यही नहीं अब तो सोया सॉस, मोमो चंक, और न्यूट्रेला बनाने में भी इसका इस्तेमाल होने लगा है। इससे नमकीन भी बनती है। चलिए आज आपको गुणकारी भट्ट के फायदे बताते हैं। इसमें प्रोटीन, विटामिन्स, मिनरल्स और फाइबर जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं।

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100 ग्राम काले भट्ट में 1500 मिलीग्राम पोटैशियम, 21 ग्राम प्रोटीन और 9 मिलीग्राम सोडियम की मात्रा पाई जाती है। इसमें मौजूद विटामिन-ए, बी12, डी और कैल्शियम भी स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद है। ये एंटी-ऑक्सीडेंट का अच्छा स्त्रोत है। इसमें फाइटो स्ट्रोजनस, डेडजेन और जेनस्टेन पाया जाता है, जो प्रोस्टेट और स्तन कैंसर की रोकथाम में मददगार है। ये कोलेस्ट्रॉल कम करने वाले फाइबर का अच्छा स्रोत है। काला भट्ट डायबिटीज, इंसुलिन रेसिस्टेंट और हाइपोग्लाईसीमिया से जूझ रहे रोगियों के लिए फायदेमंद है। काले भट्ट (Pahadi Black soybeans,Pahadi Kala Bhatt) के व्यंजन बनाते वक्त एक बात का खास ख्याल रखें। इसे पकाने से पहले कुछ देर के लिए भिगोकर रखना चाहिए, क्योंकि इसमें गैस बनाने वाले एंजाइम्स भी होते हैं। पहाड़ों में मिलने वाली काली भट्ट एशिया की मूल प्रजाति है, इसका मूल राष्ट्र चीन है। अमेरिका में भी भट्ट का खूब सेवन किया जाता है। काले भट्ट की डिमांड तो बढ़ी है, लेकिन जंगली जानवरों द्वारा फसल को बर्बाद किए जाने के कारण इसके उत्पादन में कमी आई है। काले भट्ट की चुड़कानी का ये वीडियो देखिये, बनाइये, खाइये और स्वस्थ रहिये...

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