चम्पावत: उत्तराखंड में लॉकडाउन की वजह से सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बिल्कुल न के बराबर है। सार्वजनिक परिवहनों पर भी प्रतिबंध लग रखा है। ऐसे में सबसे ज्यादा समस्या का सामना उन गर्भवती महिलाओं को करना पड़ रहा है जिनका प्रसव लॉकडाउन के दिनों में होने की सम्भावना है। कई महिलाएं कोरोना के डर से घर पर ही प्रसव करा रही हैं जो कि उनकी और पेट मे पल रहे बच्चे की जान के लिए बेहद खतरनाक है। उनका ठीक ढंग से उपचार हो उसके लिए उनका सही समय पर अस्पताल पहुंचना बेहद जरूरी है। ऐसी ही गर्भवती महिलाओं के लिए 108 एम्बुलेंस सर्विस बेहद मददगार साबित हो रही है। कोरोना की टेंशन के बीच चम्पावत से एक सुखद खबर आयी है। अभी हाल ही में चम्पावत में 108 एम्बुलेंस में अस्पताल उपचार के लिए जा रही महिला ने एम्बुलेंस में ही सुरक्षित तरीके से एक नन्ही सी जान को जन्म दिया। जच्चा और बच्चा दोनों बिल्कुल स्वस्थ हैं।
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जानकारी के मुताबिक चंपावत क्षेत्र के खूना राजपुरा के निवासी मोहित की पत्नी सपना को रविवार शाम 6:00 बजे प्रसव पीड़ा होने शुरू हो गयी। मोहित ने तुरंत ही 108 एंबुलेंस को फोन किया। उस समय लोहाघाट की 108 एंबुलेंस किसी दूसरे मरीज को अस्पताल पहुंचाने में व्यस्त थी। जब सपना की हालत ज्यादा खराब हुई तो चंपावत 108 एंबुलेंस को भेजा गया। एंबुलेंस में पीएमटी पंकज जोशी और पायलट प्रकाश मौजूद थे। चंपावत की 108 एम्बुलेंस सपना को लोहाघाट अस्पताल की तरफ ले जा ही रही थी कि तभी अचानक अस्पताल से 3 किलोमीटर पहले लोहाघाट पेट्रोल पंप के पास सपना की प्रसव पीड़ा काफी अधिक बढ़ गई और असहनीय हो गई। मरीज की गंभीर हालत में देखते हुए पंकज और प्रकाश ने एंबुलेंस को रोड किनारे रुकवाने का ही निर्णय लिया और सपना को रोड किनारे ही सावधानीपूर्वक और सुरक्षित तरीके से प्रसव करवाया गया। कुछ ही समय मे एम्बुलेंस के भीतर नन्ही किलकारियां गूंज उठीं। सपना के घर में खुशी की लहर छाई हुई है। मां और बेटा दोनों पूर्णतः स्वस्थ हैं। सपना के परिवार वालों ने 108 एम्बुलेंस के द्वारा किये गए कार्य को सराहा और उनका धन्यवाद व्यक्त किया।