रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड में लॉकडाउन के दौरान सबसे बड़ा नुकसान पर्यटन उद्योग को हुआ है। पर्यटन कारोबारियों के हाथ खाली हैं और वह राहत का इंतजार कर रहे थे। ऐसे में उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार ने पर्यटन कारोबारियों को एक बड़ी राहत दी है। पर्यटन गतिविधियां और उत्तराखंड मे होटल के साथ-साथ रेस्टोरेंट संचालकों को बिजली की फिक्स डिमांड चार्ज में छूट दी गई है। इसके अलावा उद्योगों को भी बिजली की फिक्स डिमांड चार्ज में छूट दी गई है। ऐसी बात नहीं है कि ये चार्ज आपको देना नहीं पड़ेगा। ये चार्ज से 3 महीने बाद देना होगा, हालांकि राहत की बात ये है कि इन 3 महीनों का ब्याज आपको नहीं देना होगा। कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कैबिनेट के फैसलों के बारे में जानकारी दी और बताया। आगे भी पढ़िए अहम जानकारी
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कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान सबसे बड़ा नुकसान पर्यटन उद्योग को हुआ है। उत्तराखंड में 34 सौ से ज्यादा होटल रजिस्टर्ड हैं, जिनमें 1 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला है। ऐसे में सभी होटल और रेस्टोरेंट कारोबारियों को बिजली की चार्जिंग में छूट दी गई है। हालांकि माना ये भी जा रहा है कि लॉक डाउन 4 के दौरान उत्तराखंड के ग्रीन जोन में पर्यटन गतिविधियां शुरू हो सकती हैं। दरअसल मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत इससे पहले पीएम मोदी से डिमांड कर चुके हैं कि राज्य के ग्रीन जोन में पर्यटन गतिविधियां शुरू की जाए। इस बारे में भी जल्द ही फैसला आ सकता है। फिलहाल पर्यटन कारोबारियों के लिए राहत की बात ये है कि उत्तराखंड सरकार ने पर्यटन उद्योग को राहत दी है और तीन माह तक होटलों को चार्ज में छूट दी गई है।