हरिद्वार: उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण का पहला केस 15 मार्च को सामने आया था। 3 मई तक ये आंकड़ा 61 था। हालात काबू में आते दिख रहे थे। कोरोना रोकथाम में उत्तराखंड एक मिसाल बनकर उभर रहा था, लेकिन 4 मई तक पहुंचते-पहुंचते कोरोना से निपटने के सारे इंतजाम भरभरा ढह गए। प्रवासियों के लौटने के बाद कोरोना संक्रमण के नए केस आने का जो सिलसिला शुरू हुआ, वो अब तक जारी है। प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या डेढ़ सौ के आंकड़े को पार कर गई है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए तीन जिलों में 11 हॉट स्पॉट चिन्हित किए गए हैं। कंटेनमेंट जोन को सील कर दिया गया है। किस जिले में कितने इलाके कंटेनमेंट जोन घोषित हैं, ये भी जान लें। देहरादून में 5 कंटेनमेंट जोन हैं। जिनमें ऋषिकेश की बीस बीघा कॉलोनी और शिवा एन्क्लेव वार्ड-24, देहरादून का चमन विहार, आवास विकास कॉलोनी का वार्ड नंबर 25 और पटेलनगर का गुरु रोड इलाका शामिल है। आगे भी पढ़िए
ये भी पढ़ें:
यह भी पढ़ें - देहरादून: सब्जी मंडी में भी आया कोरोना वायरस..दुकानें सील..ये इलाका बना कंटेनमेंट जोन
अब आते हैं हरिद्वार जिले में। यहां रुड़की का नगला इमारती और भगवानपुर का खत्ता खेड़ी इलाका कंटेनमेंट जोन घोषित है। इसी तरह ऊधमसिंहनगर में चार कंटेनमेंट जोन हैं। जिनमें बाजपुर का वार्ड नंबर-13 राजीवनगर, जसपुर का रायपुर गांव, काशीपुर का गुड़लिया गांव और किच्छा का सिसाई नगर पालिका क्षेत्र शामिल है। यहां अग्रिम आदेश तक लोग पूरी तरह से कॉलोनी के अंदर ही रहेंगे। इस दौरान क्षेत्र के बैंक, दुकानें और अन्य सभी प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। इलाके में जरूरी वस्तुओं की सप्लाई प्रशासन कराएगा। परिवार का सिर्फ एक सदस्य खरीदारी के लिए बाहर निकल सकता है। इन इलाकों में मोबाइल वैन के जरिए दूध की सप्लाई की जाएगी। बता दें कि देहरादून में अब तक कोरोना संक्रमण के 54 केस मिले हैं। हरिद्वार में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 10 है। वहीं ऊधमसिंहनगर में 31 कोरोना संक्रमित मिले हैं। इन तीनों जिलों में हालात काबू से बाहर होते जा रहे हैं। यहां बाहर से लौटे प्रवासी उत्तराखंड शासन और प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रहे हैं।