देहरादून: उत्तराखंड में गरीब बच्चों के हक पर डाका डालकर छात्रवृत्ति घोटाला करने वालों के खिलाफ एसआईटी जांच कर रही है। नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश पर जांच जारी है। इस मामले में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने 22 कॉलेज संचालकों के खिलाफ केस दर्ज किया है। सभी कॉलेजों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जिला समाज कल्याण विभाग से 10 करोड़ से ज्यादा की रकम का गबन किया है। ये मुकदमें 10 करोड़ 88 लाख से अधिक की धोखाधड़ी के मामले में दर्ज किए गए हैं। कॉलेज संचालकों पर अनुसूचित जाति, जनजाति के छात्र-छात्राओं के फर्जी दस्तावेज दिखाकर करोड़ों रुपये की धनराशि हड़पने का आरोप है। ये धनराशि गरीब छात्रों को छात्रवृत्ति के तौर पर दी जानी थी। इस मामले में 22 शैक्षिक संस्थानों के खिलाफ 10 करोड़ 88 लाख 73 हजार 124 रुपये के गबन को लेकर देहरादून और हरिद्वार के विभिन्न थानों में आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। आगे देखिए पूरे कॉलेजों की लिस्ट
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जिन कॉलेजों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। उनमें देहरादून का
बाबा फरीद इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
डीआरपीएमई सहारनपुर
डॉ. राजेंद्र प्रसाद पॉलिटेक्निक कॉलेज सुंदरपुर सहारनपुर
डीसीई कॉलेज ऑफ एजुकेशन सहारनपुर
डीसीईटी सहारनपुर
डीसीटीएस सुंदरपुर सहारनपुर
दून कालेज ऑफ लॉ सहारनपुर
दून कॉलेज गणेशपुर सहारनपुर
मोनंद यूनिवर्सिटी हापुड़
श्रीराम इंस्टीटयूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज सहारनपुर
कालका इंजीनियरिंग कॉलेज मेरठ
कालका इंस्टीट्यूट फॉर रिसर्च एंड एडवांस स्टडीज मेरठ
हिमालयन ग्रुप ऑफ प्रोफेशनल इंस्टीट्यूशन हिमाचल प्रदेश
कृष्णा कॉलेज ऑफ लॉ कमालपुर छुटमलपुर सहारनपुर
ओम संतोष प्राइवेट आईटीआई चक हरीती जनता रोड सहारनपुर शामिल हैं। आगे भी पढ़िए
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इसके अलावा स्वामी विवेकानंद कॉलेज ऑफ एजुकेशन मतलूबपुर रुड़की
कॉलेज ऑफ एडवांस टेक्नोलॉजी रुड़की
रुड़की कॉलेज ऑफ एजुकेशन शेरपुर झबरेड़ा
सरस्वती प्रोफेशनल डिग्री कॉलेज जगजीतपुर जमालपुर कलां
डीआरपीएमई सहारनपुर
डीसीई कॉलेज ऑफ एजुकेशन सहारनपुर
दून कॉलेज गणेशपुर सहारनपुर के खिलाफ भी स्थानीय थानों में मुकदमा दर्ज कराया गया है। एसआईटी प्रभारी आइपीएस मंजूनाथ टीसी ने बताया कि 22 शैक्षिक संस्थानों के खिलाफ हरिद्वार और देहरादून के विभिन्न थानों में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। आपको बता दें कि छात्रवृत्ति घोटाला मामले में नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश पर एसआईटी जांच कर रही है। अब तक बड़ी संख्या में मुकदमें दर्ज किए जा चुके हैं। कई शिक्षण संस्थानों के मालिक गिरफ्तार हो चुके हैं। घोटाले की जांच के दौरान कड़ी से कड़ी जुड़ती जा रही है। इसी कड़ी में अब 22 कॉलेजों के खिलाफ केस दर्ज किए गए हैं।