उत्तराखंड देहरादूनHeavy rain expected in 8 districts of Uttarakhand

उत्तराखंड: 8 जिलों में मुश्किलें बढ़ाएगा मौसम, भारी बारिश और बिजली गिरने की आशंका

आठ जिलों के लिए अगले 24 घंटे मुश्किलभरे रहने वाले हैं। मौसम विज्ञान केंद्र ने 8 जिलों मे बारिश की संभावना जताई है। बिजली गिरने की आशंका भी है, इसलिए सतर्क रहें।

Uttarakhand Weather: Heavy rain expected in 8 districts of Uttarakhand
Image: Heavy rain expected in 8 districts of Uttarakhand (Source: Social Media)

देहरादून: प्रदेश में देरी से सक्रिय होने के बावजूद मानसून ने अच्छी रफ्तार पकड़ ली है। बारिश का सिलसिला जारी है। मानसूनी बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत तो दी, लेकिन साथ ही मुश्किलें भी बढ़ाई हैं। पहाड़ में जगह-जगह भूस्खलन की वजह से गांवों के संपर्क मार्ग बाधित हैं। मैदानों में जलभराव मुसीबत का सबब बना हुआ है। आठ जिलों के लिए अगले 24 घंटे मुश्किलभरे रहने वाले हैं। मौसम विज्ञान केंद्र ने 8 जिलों में बारिश की संभावना जताई है। बिजली गिरने की आशंका भी है, इसलिए सतर्क रहें। मौसम विभाग के अनुसार 15 जुलाई तक प्रदेश भर में ज्यादातर स्थानों पर बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। आगे जानिए कि आज किन किन जिलों में भारी बारिश की संभावनाएं जताई गई हैं।

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सोमवार को जिन जिलों में बारिश के आसार हैं, उनमें नैनीताल, पिथौरागढ़, बागेश्वर, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, चंपावत, ऊधमसिंहनगर और देहरादून शामिल हैं। यहां कुछ जगहों पर भारी बारिश की संभावना है। आकाशीय बिजली गिरने का खतरा भी है। इस वक्त भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से प्रदेश में 12 से ज्यादा संपर्क मार्ग बंद हैं। रविवार को देहरादून समेत कुमाऊं के ज्यादातर इलाकों में राहत रही, लेकिन पिथौरागढ़ जिला मौसम की मार से बुरी तरह प्रभावित है। जिले को चीन सीमा से जोड़ने वाले दो संपर्क मार्ग बंद हैं। जिस वजह से सेना के वाहनों की आवाजाही नहीं हो पा रही। तवाघाट-लिपुलेख सड़क में मालपा, छंकन, लामारी बुदि और छियालेख में बारिश के कारण सड़क में मलबा जमा हो गया है। यहां सड़क पर कीचड़ जमा होने की वजह से सेना और आम लोगों के वाहन घंटों तक फंसे रहे।

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चमोली जिले में भूस्खलन की वजह से बदरीनाथ हाईवे करीब दो घंटे बंद रहा। हाईवे पर मलबा जमा होने की वजह से वाहन चालकों को आवाजाही में परेशानी हुई। हालांकि केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रैफिक सुचारू है। पिथौरागढ़ और बागेश्वर में हालात अब भी मुश्किल बने हुए हैं। तवाघाट-तिदांग रोड बंद होने से उच्च हिमालयी क्षेत्र के 14 गांव अलग-थलग पड़ गए हैं। रविवार को मौसम में मिली राहत के बाद लोक निर्माण विभाग ने ज्यादातर संपर्क मार्गों पर ट्रैफिक बहाल कर दिया। ज्यादातर सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए खुल गई हैं, लेकिन 12 संपर्क मार्गों पर यातायात बहाल नहीं हो पाया है। भारी बारिश की वजह से पहाड़ में नदियां-गदेरे उफान पर हैं। इसलिए नदियों के करीब ना जाएं। यात्रा पर निकलने से पहले संबंधित जगह के मौसम और सड़कों का हाल जरूर जान लें।