उत्तराखंड देहरादूनRj kaavya ek pahadi aisa bhi arif khan

देहरादून के इस नौजवान को सलाम, कोरोना काल में गरीब बच्चों तक पहुंचाई किताबें

लॉकडाउन के दौरान देहरादून के आरिफ खान ने साक्षरता की अलख जगाने के लिए ऐसा शानदार काम किया, जिसके बारे में जानकर आप भी इन्हें सैल्यूट करेंगे। जानिए इनकी कहानी

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Image: Rj kaavya ek pahadi aisa bhi arif khan (Source: Social Media)

देहरादून: रेड एफएम के आरजे काव्य एक बार फिर से एक शानदार कहानी को लेकर हमारे बीच लेकर आए हैं। एक नौजवान की प्रेरणादायक कहानी आपको भी देखनी और पढ़नी चाहिए। कोरोना और इसके चलते लगे लॉकडाउन का मुश्किलभरा वक्त हमारी जनरेशन कभी नहीं भूलेगी। लॉकडाउन के दौरान जहां लोग दो वक्त की रोटी जुटाने की जद्दोजहद से जूझते रहे, तो वहीं इस बीच कुछ ऐसे लोग भी थे, जिन्होंने इस वक्त का इस्तेमाल समाज की तस्वीर बदलने के लिए किया। ऐसे ही लोगों में से एक हैं देहरादून के आरिफ खान। जिन्होंने लॉकडाउन के दौरान साक्षरता की अलख जगाने के लिए ऐसा शानदार काम किया, जिसके बारे में जानकर आप भी इन्हें सैल्यूट करेंगे। मार्च में जब लॉकडाउन लगा था, उस वक्त लोग बच्चों के नए सेशन की किताबें खरीद रहे थे। बुक स्टोर पर लोगों की भीड़ लगी थी, कि अचानक सबकुछ बंद हो गया। जो लोग सक्षम थे, उन्होंने जैसे-तैसे अपने बच्चों के लिए किताबें खरीद लीं। लेकिन असली दुविधा उन गरीब लोगों के सामने थी, जिनका रोजगार छिन गया था। अब ये लोग या तो अपना पेट भरते या फिर बच्चों के लिए किताबें खरीदते। ऐसे मुश्किल वक्त में देहरादून के आरिफ खान ने गरीब-जरूरतमंद बच्चों तक किताबें पहुंचाने की जिम्मेदारी उठाई। साल 2018 में आरिफ ने एक बुक बैंक स्थापित किया था, ये बुक बैंक लॉकडाउन के दौरान गरीब बच्चों के लिए वरदान साबित हुआ। आरिफ ने सोशल मीडिया के जरिए बुक बैंक का नंबर शेयर किया और लोगों से कहा कि जिसे भी फ्री ऑफ कॉस्ट किताबें चाहिए वो बुक बैंक से कांटेक्ट कर सकता है। जल्द ही आरिफ और उनकी टीम के पास रिक्वेस्ट आने लगी। आगे देखिए वीडियो

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इसके बाद किताबों को उनकी मंजिल तक पहुंचाने का सिलसिला शुरू हो गया। लॉकडाउन की अवधि के दौरान देहरादून के 1350 से ज्यादा गरीब बच्चों तक उनकी जरूरत की किताबें पहुंचाई गईं। आरिफ खान नेशनल एसोसिएशन फॉर पैरेंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्स के प्रेसीडेंट हैं। वो बताते हैं कि साल 2018 में उन्होंने एक वीडियो देखा था, जिसमें बुक स्टोर संचालक एक गार्जियन के साथ बदतमीजी कर रहा था। इस घटना ने उन्हें बुरी तरह झकझोर दिया। उसी वक्त उन्होंने बुक बैंक बनाने का फैसला लिया और आज वो देहरादून में कई जगह बुक बैंक स्थापित कर चुके हैं। सभी बुक बैंक में प्ले ग्रुप से लेकर हायर एजुकेशन तक की किताबों का अच्छा खासा कलेक्शन है। किताबें लेने वाले लोग यहां किताबें डोनेट भी कर रहे हैं। आगे देखिए वीडियो

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आरिफ खान का ये प्रयास वाकई सराहनीय है। चलिए अब आपको आरिफ खान और उनके मिशन पर तैयार एक शानदार वीडियो दिखाते हैं, जिसे रेडियो चैनल रेड एफएम के आरजे काव्य ने अपने खास शो ‘एक पहाड़ी ऐसा भी’ के सीजन-3 के लिए तैयार किया है। आगे देखें वीडियो

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Posted by RJ Kaavya on Sunday, August 23, 2020