उत्तराखंड उधमसिंह नगरGurjit of Sitarganj selected in NASA

उत्तराखंड के लिए गौरवशाली पल, किसान के होनहार बेटे का नासा में चयन..सैलरी भी शानदार

उधम सिंह नगर स्थित सितारगंज के एक किसान के बेहद काबिल और होनहार बेटे ने तमाम चुनौतियों का सामना कर आखिरकार नासा में अपनी जगह बना ली है।

Udham Singh Nagar News: Gurjit of Sitarganj selected in NASA
Image: Gurjit of Sitarganj selected in NASA (Source: Social Media)

उधमसिंह नगर: जिसके अंदर कुछ कर दिखाने का जज्बा होता है वह कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी हार नहीं मानता और अपने सपने को पूरा करके ही रहता है। कामयाबी प्राप्त करने के लिए मन में जज्बा और लगन होनी चाहिए। भले ही सुविधाओं की कमी क्यों ना हो, मगर तब भी कई लोग सफलता का रास्ता बना ही लेते हैं। उत्तराखंड के भी कई महत्वाकांक्षी युवा ऐसे हैं जो देश और विदेश में उत्तराखंड का नाम रौशन कर रहे हैं। कई युवा अपने सपनों को उड़ान दे रहे हैं और नई-नई उपलब्धियां हासिल कर रहे हैं। आज हम एक ऐसे ही काबिल और होनहार युवक के बारे में आपको बताने जा रहे हैं जिनके पिता किसान हैं और इस कारण उनका बचपन अभाव में बीता। मगर आज उसी किसान के होनहार बेटे ने तमाम चुनौतियों का सामना कर कामयाबी हासिल कर ली है और अब उनको नासा में जाने का अवसर मिला है। उनका 55 लाख से भी अधिक के सालाना पैकेज पर चयन हुआ है।

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हम बात कर रहे हैं यूएसनगर के सितारगंज के सिसौना गांव के गुरजीत सिंह की। बचपन से ही उनका लक्ष्य नासा में जाने का था और इसलिए उन्होंने बचपन से ही अपने सपने को पूरा करने के लिए मेहनत की। गुरजीत ने जीआईसी के पढ़कर पंतनगर विश्वविद्यालय से बीटेक की और उसके बाद आईआईटी खड़कपुर से एमटेक किया। इसके बाद उन्होंने भुवनेश्वर से पीएचडी कर नासा में जाने का अवसर प्राप्त हुआ है। उनके इस कामयाबी से उनके परिवार समेत पूरे गांव में खुशी की लहर छा गई है। 2003 में उन्होंने राजकीय इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद 2009 में गोविंद बल्लभ पंत एवं कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से बीटेक पूरा किया। इसके बाद उन्होंने आईआईटी खड़कपुर से सॉइल एंड वॉटर कंजर्वेशन इंजीनियरिंग में अपना एमटेक किया और वे नासा जाने के लिए पीएचडी की तैयारी में जुट गए। आगे पढ़िए

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उनकी मेहनत आखिरकार रंग लाई और गुरजीत ने जब अपना शोध कार्य पूरा कर नासा में आवेदन किया तो नासा में पोस्ट डॉक्ट्रल स्कॉलर में उनका चयन हो गया जिसके बाद गुरजीत की खुशी का ठिकाना नहीं रहा और अब वे नासा में 55 लाख से भी अधिक के सालाना पैकेज पर काम कर रहे हैं। गुरजीत के पिता सुरजीत सिंह किसान हैं और उनकी माता गुरमीत कौर ग्रहणी हैं। सितारगंज ब्लॉक क्षेत्र में यह पहली बार है कि किसी होनहार छात्र का नासा के लिए चयन हुआ है जिससे समूचे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। गुरजीत ने बताया कि इससे पहले भी उनका एक जर्मनी की कंपनी में चयन हुआ था लेकिन उनको नासा में ही आगे रिसर्च करनी थी इसलिए वह जर्मनी की कंपनी में नहीं गए। गुरजीत की बड़ी बहन सुरिंदर कौर अल्मोड़ा के सरकारी स्कूल में प्रवक्ता हैं और उन का छोटा भाई आईआईटी रुड़की से एमबीए कर पुणे में जॉब करते हैं। गुरजीत की इस बड़ी उपलब्धि से उनके परिवार में खुशी का माहौल छा गया है।