पिथौरागढ़: खेतों में घास काटती महिलाएं और उनकी पहरेदारी करते वनकर्मी। ये तस्वीरें उत्तराखंड के पिथौरागढ़ की हैं, जहां आदमखोर गुलदार का आतंक कुछ इस कदर हावी है कि अब महिलाएं खेतों में अकेले जाने से डरने लगी हैं। महिलाओं को घास काटते वक्त पुरुषों को साथ लेकर जाना पड़ रहा है। वनकर्मियों की टीम भी खेतों में दौड़ लगा रही है, ताकि घास काट रही महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इस वक्त पहाड़ का हर जिला नरभक्षी गुलदार के आतंक से त्रस्त है। खेतों में काम करने वाली महिलाओं को गुलदार अपना शिकार बना रहे हैं। पिथौरागढ़ में भी गुलदार अब तक तीन लोगों को अपना निवाला बना चुका है। जबकि छह से ज्यादा लोग गुलदार के हमले में घायल हुए हैं। जिला मुख्यालय से सटे इलाकों में आदमखोर गुलदार जंगल जाने वाली महिलाओं पर हमले कर रहा है। आलम ये है कि अब महिलाएं कड़े सुरक्षा घेरे के बीच जंगलों में घास काटने को मजबूर हैं। ग्रामीणों की मांग पर वन विभाग ने क्षेत्र में वनकर्मियों की तैनाती की है। इसके अलावा गांव के पुरुष भी जगह-जगह तैनात हैं, ताकि वक्त पड़ने पर महिलाओं की मदद की जा सके।
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पहाड़ी क्षेत्रों में इन दिनों घास काटने का काम चल रहा है, लेकिन पिथौरागढ़ में डरी हुई महिलाएं खेतों में नहीं जा पा रहीं। वो गुलदार के आतंक से खौफजदा हैं। ऐसे वक्त में वन विभाग ने क्षेत्र की महिलाओं के लिए काबिले तारीफ काम किया है। वन विभाग की तरफ से वनकर्मियों की टीम को महिलाओं की सुरक्षा में लगाया गया है। इसके अलावा आदमखोर गुलदार को पकड़ने या उसे ढेर करने के लिए शिकारियों की टीम भी तैनात की गई है। वन विभाग ने घास काटने जा रहे लोगों को सतर्क रहने और आस-पास नजर बनाए रखने को कहा। आपको बता दें कि पिथौरागढ़ जिले में गुलदार अब तक तीन लोगों को अपना निवाला बना चुका है। 6 से ज्यादा लोग गुलदार के हमले में घायल हो चुके हैं। गांवों में वन विभाग के वनकर्मी अब महिलाओं की सुरक्षा के लिए पहरा दे रहे हैं। टीम में स्थानीय पुरुष भी शामिल हैं।