उत्तराखंड अल्मोड़ाOry of shobha arya of almora

पहाड़ की शोभा को बधाई..पेंटर पिता ने मेहनत मजदूरी कर पढ़ाया, बेटी ने किया UGC क्वालीफाई

ल्मोड़ा के गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली शोभा ने पहले ही प्रयास में यूजीसी नेट परीक्षा पास कर इतिहास रच दिया।

Almora news: Ory of shobha arya of almora
Image: Ory of shobha arya of almora (Source: Social Media)

अल्मोड़ा: संघर्ष से हासिल हुई सफलता की कहानियां हमें जीवन में कुछ बेहतर करने के लिए प्रेरित करती हैं। आज राज्य समीक्षा आपके लिए उत्तराखंड की एक ऐसी ही होनहार बिटिया की कहानी लेकर आया है, जिसने गरीब परिवार में जन्म लेने के बावजूद अपनी मेहनत के दम पर इतिहास रच दिया। इनका नाम है शोभा आर्य। अल्मोड़ा के गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली शोभा ने पहले ही प्रयास में यूजीसी नेट परीक्षा पास कर इतिहास रच दिया। शोभा की इस सफलता के पीछे उनके साथ-साथ उनके गरीब माता-पिता का भी सालों का संघर्ष छिपा है। शोभा के पिता पेंटर हैं। मेहनत-मजदूरी कर किसी तरह गुजारा कर रहे हैं। शोभा भी पिता के संघर्ष को समझती थीं, इसलिए आर्थिक परेशानियां होने के बावजूद वो लगन से पढ़ाई में जुटी रहीं।

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सरकारी स्कूल से पढ़ने वाली शोभा की जिंदगी में एक वक्त ऐसा भी आया जब उन्होंने लैंप के सहारे पढ़कर परीक्षा दी। आज यही होनहार बिटिया यूजीसी नेट परीक्षा पास कर हजारों संघर्षशील युवाओं के लिए प्रेरणा बन गई है। शोभा आर्य का परिवार अल्मोड़ा जिले में रहता है। उनकी इस अभूतपूर्व उपलब्धि से परिवार में जश्न का माहौल है। उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा है। शोभा आर्य का परिवार राजपुरा क्षेत्र में रहता है। गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली शोभा के पिता ललित प्रसाद आर्य पेशे से एक पेंटर हैं। मां गीता देवी गृहणी हैं। बचपन से ही शोभा को अभावों का सामना करना पड़ा।

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पिता मेहनत-मजदूरी कर किसी तरह परिवार को पालते रहे, लेकिन तमाम मुश्किलों के बावजूद उन्होंने बिटिया की पढ़ाई में रुकावट नहीं आने दी। बेटी शोभा भी पिता के संघर्ष को मान देने के लिए जी-जान से मेहनत करती रही, और आज उनकी मेहनत का रिजल्ट सबके सामने है। बेटी की इस उपलब्धि से पिता ललित खुद को गर्वित महसूस कर रहे हैं। वो कहते हैं कि आर्थिक परेशानी होने के बाद भी उन्होंने अपने चारों बच्चों को हमेशा स्कूल भेजा। इस बात का पूरा ख्याल रखा की बच्चों की पढ़ाई में कोई कमी ना रहे। बच्चे भी उनके संघर्ष का मान रखते हुए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। बात करें शोभा की तो वो हमेशा से ही टॉपर रही हैं। शोभा इससे पहले भी एसएसजे कैंपस अल्मोड़ा से एमए और बीए में कॉलेज टॉप कर चुकी हैं। इंटर की परीक्षा में भी उन्होंने स्कूल में टॉप किया था। इस वक्त शोभा कुमाऊं यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर रही हैं।