देहरादून: प्रदेश में अपराधियों की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। बदमाशों की धरपकड़ के लिए प्रदेश में लगातार अभियान चल रहा है। इस अभियान के तहत दिसंबर में उत्तराखंड पुलिस ने रिकॉर्ड तोड़ कार्रवाई की। आपको जानकर हैरानी होगी कि बीते एक महीने में उत्तराखंड पुलिस ने 651 अपराधी पकड़ लिए। ये क्रिमिनल्स उत्तराखंड पुलिस की नाक में दम किए हुए थे। प्रदेश में अपराधियों की धरपकड़ के लिए लगातार अभियान चल रहा है। इसके अच्छे नतीजे भी दिखने लगे हैं। 31 दिसंबर 2020 तक अलग-अलग गंभीर अपराधों में फरार चल रहे 391 अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। गंभीर और संगीन मामलों में फरार 203 वारंटी को भी गिरफ्तार किया गया। इस तरह अब तक कुल 651 इनामी और वारंटी अपराधी गिरफ्तार किए गए।
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गिरफ्तारी की कार्रवाई बीते एक महीने के दौरान हुई है। अपराधियों के खिलाफ हो रही ताबड़तोड़ कार्रवाई का श्रेय काफी हद तक उत्तराखंड पुलिस के नए महानिदेशक अशोक कुमार को जाता है। बीते 30 नवंबर 2020 को उन्होंने डीजीपी का पदभार ग्रहण किया। इस दौरान उन्होंने पुलिसिंग में सुधार के साथ जनता को भयमुक्त माहौल देने का वादा भी किया था। इस वादे को उत्तराखंड पुलिस निभा भी रही है। डीजीपी अशोक कुमार के नेतृत्व में पुलिस महकमा काफी सक्रिय नजर आ रहा है। उन्होंने पुलिस को अपराधियों पर लगाम लगाने के सख्त निर्देश दिए हैं। डीजीपी के निर्देश पर अपराधियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू हो गई है। 31 दिसंबर तक पुलिस ने 651 अपराधियों की रिकॉर्ड तोड़ गिरफ्तारी की है।
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अभियान के दौरान पुलिस ने गंभीर अपराध कर फरार चल रहे 57 कुख्यात इनामी अपराधी भी पकड़े। इनमें हरिद्वार की 12 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या करने का आरोपी भी शामिल है। गिरफ्तार अपराधी पर 1 लाख रुपये का इनाम था। पुलिस ने उसे यूपी से गिरफ्तार किया। पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर 14 नए अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली गई। राज्यभर में हिस्ट्रीशीटर का सत्यापन कर 125 लोगों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई भी की गई। डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि राज्य में अपराधियों पर सख्ती और पीड़ितों को न्याय दिलाना ही उनका पहला उद्देश्य है। फिलहाल साइबर अपराध और ड्रग्स तस्करी राज्य में सबसे बड़ी चुनौती हैं। जिसके लिए पुलिस योजनाबद्ध तरीके से लगातार प्रभावी कार्रवाई करती रहेगी।