उत्तराखंड देहरादूनDuty of policemen change in uttarakhand

उत्तराखंड पुलिस कर रही है बड़ी तैयारी..अब पहाड़ चढेंगे मैदानों में जमे हुए वर्दीवाले

मैदानी जिलों में ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को जल्द ही चढ़ने पड़ेंगे पहाड़..गढ़वाल की डीआईजी नीरू गर्ग ने पुलिसकर्मियों को पहाड़ पर भेजने की तैयारी में जुट गई हैं।

Uttarakhand Police: Duty of policemen change in uttarakhand
Image: Duty of policemen change in uttarakhand (Source: Social Media)

देहरादून: अब उत्तराखंड में मैदानी क्षेत्रों में आरामदायक ड्यूटी करने वाले पुलिस कर्मियों को जल्द ही पहाड़ चढ़ने पड़ेंगे। पहाड़ों पर ड्यूटी के नाम से कतराने वाले और मैदान में ही जमे हुए पुलिसकर्मियों को जल्दी पहाड़ों पर ड्यूटी करनी पड़ेगी। डीआईजी नीरू गर्ग ने गढ़वाल परिक्षेत्र के पुलिस कप्तानों से उनकी समय अवधि पूरी करने वाले पुलिसकर्मियों की सूची मुहैया कराने के निर्देश दे दिए हैं और अब लंबे समय से मैदानी जिलों में तैनात रहने वाले सिपाही, हेड कांस्टेबल और उप निरीक्षक पहाड़ पर भेजे जाएंगे। माना जा रहा है मार्च में देहरादून में जमे कई पुलिसकर्मियों के स्थानांतरण के आदेश पर जल्द ही तय होने वाले हैं ऐसे में वे पुलिसकर्मी जो मैदानों में अपनी समय अवधि पूरी कर चुके हैं उनको जल्द ही पहाड़ों पर ट्रांसफर मिल सकता है। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने उत्तराखंड के डीजीपी का चार्ज लेने के बाद से ही पुलिस विभाग में कई जरूरी बदलाव करने शुरू कर दिए हैं। अब उत्तराखंड में पुलिस विभाग पुलिस कर्मियों के साथ भी सख्ती बरत रहा है और यह जरूरी भी है।

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डीजीपी ने स्थानांतरण नीति में भी कुछ जरूरी बदलाव किए हैं। इसके तहत मैदानी जिलों में 8 साल की सेवा पूरी करने वाले सभी दारोगा, 12 साल की सेवा पूरी करने वाले हेड कॉन्स्टेबल एवं 16 साल पूरा करने वाले सिपाही को अब पहाड़ी जिलों में ड्यूटी के लिए भेजा जाएगा। यह तो सब जानते हैं कि अमूमन पुलिसकर्मी पहाड़ों में ड्यूटी करने से कतराते हैं और किसी ना किसी तरह जुगाड़ करके वापस ट्रांसफर मैदानी जिलों में ले लेते हैं। मगर अब ऐसा नहीं चलेगा और मैदानों में आरामदायक ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को जल्दी ही पहाड़ चढ़ने के निर्देश मिलने वाले हैं। गढ़वाल की डीआईजी नीरू गर्ग का कहना है कि उन्होंने पुलिस कप्तानों से उन पुलिसकर्मियों की सूची मांगी है जिन्होंने अपनी ड्यूटी निर्धारित अवधि तक पूरी कर ली है। ऐसे में यह उम्मीद जताई जा रही है कि जल्दी उन पुलिसकर्मियों को पहाड़ी जिलों में ट्रांसफर मिल सकता है।

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डीजीपी ने यह साफ तौर पर कहा था कि अब पुलिस कर्मियों के स्थानांतरण को लेकर किसी भी तरह की सिफारिश नहीं चलेगी। अब पुलिस कर्मियों को स्थानांतरण को रोकने के लिए बकायदा अनुमति लेनी होगी। डीआईजी नीरू गर्ग ने चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, देहरादून, हरिद्वार, उत्तरकाशी और पौड़ी जिलों के पुलिस कप्तानों को पत्र भेजकर उन पुलिसकर्मियों की सूची मांगी है जिनकी ड्यूटी की अवधि मैदानों पर पूरी हो चुकी है और फरवरी के पहले सप्ताह में यह सूची डीआईजी के कार्यालय में भेजी जाएगी। वहीं राजधानी देहरादून में चार थाना प्रभारी और इंस्पेक्टर समेत कई चौकी प्रभारियों को मैदानों पर ड्यूटी करते हुए 8 साल से भी अधिक समय बीत चुका है। ऐसे में माना जा रहा है कि इस पूरी प्रक्रिया में देहरादून में तैनात कई एसओ और चौकी प्रभारियों का तबादला होगा और उनको पहाड़ों पर ट्रांसफर मिलेगा।