उत्तराखंड देहरादूनOnline fraud in the name of pizza delivery in Dehradun

देहरादून में गजब हो गया..ऑनलाइन ऑर्डर किया पिज्जा, गंवा दिए 20 हजार रुपये

देहरादून में एक व्यक्ति को ऑनलाइन पिज़्ज़ा ऑर्डर करना बेहद महंगा पड़ गया। ऑनलाइन भुगतान के नाम पर पीड़ित व्यक्ति को 20 हजार की चपत लग गई

Dehradun Cybercrime: Online fraud in the name of pizza delivery in Dehradun
Image: Online fraud in the name of pizza delivery in Dehradun (Source: Social Media)

देहरादून: देहरादून में साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। ऐसे में आप भी सावधान हो जाइए। अगर आप कहीं पर ऑनलाइन खरीददारी कर रहे हैं तो भी लापरवाही बिल्कुल ना बरतें। ऑनलाइन पेमेंट करते समय भी सावधान रहिए क्योंकि यह साइबर ठग बहुत ही शातिर तरीके से लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं। दून में साइबर ठगी के बढ़ते मामलों ने पुलिस को चिंता में डाल रखा है। एटीएम कार्ड और ऑनलाइन ऑर्डर के नाम पर शातिर ठग देहरादून के निवासियों को चूना लगा रहे हैं और अपनी जेब भर रहे हैं। हाल ही में देहरादून में एक व्यक्ति को ऑनलाइन पिज़्ज़ा ऑर्डर करना बेहद महंगा पड़ गया। जी हां, ऑनलाइन भुगतान के नाम पर पीड़ित व्यक्ति को 20 हजार की चपत लग गई और साइबर ठगों ने उसके अकाउंट से 20 हजार रुपए निकाल लिए। पीड़ित ने पुलिस में कंप्लेंट करते हुए बताया कि उसने पिज़्ज़ा मंगाने के लिए गूगल पर डोमिनोस पिज़्ज़ा का कस्टमर केयर नंबर सर्च किया। आगे पढ़िए

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - वाह: ऑस्ट्रेलिया में उत्तराखंड के पंत का जलवा..भारत ने सीरीज जीतकर रचा इतिहास
जब उसने नंबर पर कॉल की तो उस व्यक्ति ने पिज़्ज़ा ऑर्डर करने के लिए उससे ऑनलाइन पेमेंट करने को कहा। इसके बाद व्यक्ति ने उससे उसकी बैंक की डिटेल्स मांगी। पीड़ित ने बिना सोचे समझे अपने क्रेडिट कार्ड का नंबर और ओटीपी आदि की जानकारी साइबर्टेक को दे दी और उसके बाद उसके अकाउंट से 20 हजार रुपए कट गए। साइबर थाने से उप निरीक्षक राजीव सेमवाल ने जब इस पूरे मामले की जांच की तो पता लगा कि शिकायतकर्ता के खाते से 20 हजार की धनराशि पश्चिम बंगाल के आईसीआईसीआई बैंक खाते में ट्रांसफर हुई है। खाते में ट्रांसफर होते ही उसको तत्काल रुप से फ्रीज करवा दिया गया था। देहरादून में साइबर ठगी का एक और मामला सामने आया है। चकराता रोड के निवासी एक व्यक्ति ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत की। व्यक्ति ने बताया कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने एटीएम कार्ड बंद होने की बात कहकर उसे ठगी की है। आगे पढ़िए

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - उत्तराखंड: हरदा ने BJP को बताया मजबूत पार्टी..इशारों-इशारों में पेश की दावेदारी
उसने बताया कि अज्ञात मोबाइल नंबर से उस को एक मैसेज प्राप्त हुआ जिसमें उनका एटीएम कार्ड सुरक्षा की दृष्टि से बंद किए जाने का संदेश मिला और साथ ही नया कार्ड बनवाने के लिए एक मोबाइल नंबर भी दिया गया। जब शिकायतकर्ता ने दिए गए मोबाइल नंबर पर कॉल की तो व्यक्ति ने खुद को कस्टमर केयर का अधिकारी बताया और उसने पीड़ित व्यक्ति से उसका एटीएम कार्ड का नंबर, सीवीवी नंबर और ओटीपी मांग लिया और उसके बाद अज्ञात व्यक्ति के खाते से दस हजार रुपए निकाल लिए गए। पुलिस ने सब इस मामले में शिकायतकर्ता की शिकायत दर्ज कर दी है। राजधानी दून समेत कई लोग इस ऑनलाइन ठगी का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में बार-बार लोगों से इससे बचने की अपील की जा रही है। आप भी साइबर ठगों से सावधान रहें। बैंकों द्वारा भी यह बार-बार बार बोला जा रहा है कि बैंक का कोई भी अधिकारी अपने कस्टमर से उसके बैंक की डिटेल्स और एटीएम कार्ड की डिटेल्स नहीं मांग सकता। ऐसे में आप भी अपने बैंक अकाउंट, अपने क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और अन्य ई-वॉलेट्स की डीटेल्स अपने तक ही सीमित रखें।