हरिद्वार: राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर उत्तराखंड में कुछ अलग हुआ। हरिद्वार की सृष्टि गोस्वामी उत्तराखंड की एक दिन की मुख्यमंत्री बनीं। विधानसभा में उनका स्वागत किया गया। इसके बाद उन्होंने विधानसभा में विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक ली। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि बेटियों को कोई कम न समझे, वे रिकॉर्ड तोड़ रही हैं। परिवार हो या समाज उसमें उनकी बराबरी की सहभागिता होनी चाहिए। बालिका दिवस के उपलक्ष्य में उन्होंने कहा कि बालिकाएं हों या महिलाएं, वे अपने पैरों पर खड़ी हों। अब बेटियों को कोई कम न समझे, उन्हें सभी सपोर्ट करें। चलिए अब आपको एक दिन के लिए प्रदेश की बागडोर संभालने वाली सृष्टि के बारे में बताते हैं। 19 साल की सृष्टि हरिद्वार के दौलतपुर गांव की रहने वाली हैं और रुड़की के BSM पीजी कॉलेज से बीएससी एग्रीकल्चर में 7वें सेमेस्टर की छात्रा हैं। उनके पिता प्रवीण पुरी की गांव में छोटी सी दुकान है और मां सुधा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं। साल 2018 में बाल विधानसभा में बाल विधायकों की तरफ से उनका चयन मुख्यमंत्री के रूप में किया गया था। बाल विधानसभा में हर तीन साल में बाल मुख्यमंत्री का चयन किया जाता है। सृष्टि बेटियों की पढ़ाई के लिए दो साल से 'आरंभ' नाम से अभियान भी चला रही हैं।
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