उधमसिंह नगर: उत्तराखंड की होनहार और काबिल बेटियां आए दिन राज्य का नाम रोशन कर रही हैं। भारतीय सेना में अपनी भागीदारी दर्ज करानी हो या खेलकूद में नाम कमाना हो, देवभूमि के नाम का परचम उसकी बच्चियां लगातार ऊंचा कर रही हैं। आज हम आपको उत्तराखंड की दो ऐसी होनहार बेटियों से परिचय करवाने जा रहे हैं जिन्होंने राज्य का नाम रोशन किया है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि देवभूमि की काबिल बेटियां हर कदम पर यह साबित करती आई हैं कि वे किसी से भी कम नहीं हैं। आज हम आपको यूएसनगर की दो ऐसी काबिल बेटियों से परिचय करवाने जा रहे हैं जिन्होंने राज्य का नाम रोशन किया है। चलिए पहले काशीपुर की होनहार बेटी अनामिका सागर के बारे में बताते हैं। काशीपुर की अनामिका सागर का सिलेक्शन सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर हो गया है। उसके बाद से ही उनके परिवार में खुशी का माहौल साफ देखने को मिल रहा है। जी हां, मूल रूप से ग्राम बरखेड़ा काशीपुर की निवासी अनामिका सागर का चयन लेफ्टिनेंट के पद पर हुआ है और उनको पठानकोट स्थित आर्मी अस्पताल में अपनी पहली तैनाती मिली है।
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अब वे सेना में अफसर बनकर सेवाएं देंगी। आपको बता दें कि उन्होंने 4 साल तक कठिन प्रशिक्षण किया और अपनी मेहनत और लगन से 4 साल की कठिन ट्रेनिंग पूरी की। 10 मार्च को पास आउट होकर सेना में लेफ्टिनेंट बनी है। 2016 में उनका आर्मी कमांड हॉस्पिटल लखनऊ के लिए नर्सिंग ऑफिसर के लिए चयन हुआ था। अनामिका सागर के पिता सुभाष चंद्र जीआरपी काशीपुर में एएसआई हैं। अनामिका की सफलता के बाद से ही उनके घर में खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है। उनके माता-पिता की आंखों में अपनी बेटी को लेकर गर्व साफ तौर पर देखा जा सकता है। चलिए अब आपको यूएसए नगर के जसपुर की एक और काबिल बेटी के बारे में बताते हैं जिन्होंने खेलकूद के क्षेत्र में अपने काबिलियत का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है हम बात कर रहे हैं नगर के मोहल्ला पट्टी के निवासी नेहा के जिन्होंने 22 मार्च को पटना में आयोजित 17 वीं राष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स गेम्स की 100 मीटर और 200 मीटर दौड़ प्रतियोगिता में सिल्वर पदक हासिल हुआ है और उनमें देशों में कांस्य पदक भी जीता है नेहा गाजियाबाद के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में प्रोबेशनरी ऑफिसर के पद पर तैनात हैं।