उत्तराखंड उधमसिंह नगरTwo teachers sacked in Udham Singh Nagar

उत्तराखंड: फर्जी दस्तावेजों के दम पर सरकारी नौकरी कर रहे थे दो शिक्षक..अब पकड़ी गई चालाकी

उधम सिंह नगर में फर्जी दस्तावेजों के सहारे सहायक शिक्षक के पद पर कार्यरत दो शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है।

Um Singh Nagar fake degree: Two teachers sacked in Udham Singh Nagar
Image: Two teachers sacked in Udham Singh Nagar (Source: Social Media)

उधमसिंह नगर: उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी करने के 2 मामले सामने आए हैं। 2 सहायक शिक्षकों द्वारा फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी करने के आरोप में उन दोनों शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। गदरपुर ब्लॉक के झुन्नी राजकीय के प्राथमिक विद्यालय एवं राज्य के प्राथमिक विद्यालय बसंतीपुर के 2 सहायक अध्यापकों को बर्खास्त कर दिया गया है। बता दें कि इन दोनों सहायक अध्यापकों ने फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी प्राप्त की थी और कई वर्षों से यह सहायक अध्यापक स्कूल में फर्जी दस्तावेजों की आड़ में नौकरी कर रहे थे और वेतन भी प्राप्त कर रहे थे। इन दोनों की चोरी पकड़े जाने के बाद इन दोनों शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। बता दें कि इससे पहले राजकीय प्राथमिक विद्यालय फुलसूंगा रुद्रपुर के एक शिक्षक को भी निलंबित कर दिया गया था। निलंबित शिक्षक ने गलत तरीके से 2 कैटेगरी में नियुक्ति ली थी और जब यह मामला प्रकाश में आया तब आरोपी शिक्षक को निलंबित कर दिया गया।

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उत्तराखंड में ऐसे कई शिक्षक हैं जो फर्जी दस्तावेजों की आड़ में नौकरी कर रहे हैं। ऐसे ही शिक्षकों के खिलाफ अब उधम सिंह नगर में सख्त कार्यवाही की जा रही है। यूएसनगर में फर्जी दस्तावेज लगाकर सहायक अध्यापक पद पर कार्यरत शिक्षकों पर कड़ी कार्यवाही की जा रही है। उधम सिंह नगर में 2018 में पहली बार फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी करने का मामला प्रकाश में आया था। इसके बाद एक जांच बिठाई गई और यूएसनगर के 33 शिक्षकों के दस्तावेज एसआईटी की जांच में फर्जी मिले जिसके बाद सभी को कार्यवाही कर बर्खास्त कर दिया गया। कुछ महीने पहले सहायक अध्यापक राजकीय प्राथमिक विद्यालय झुन्नी के सहायक अध्यापक महेश चंद्र एवं राजकीय प्राथमिक विद्यालय बसंतीपुर ब्लॉक गदरपुर के काकुली मंडल के ऊपर भी फर्जी दस्तावेजों का उपयोग कर सहायक शिक्षक की नौकरी प्राप्त करने का आरोप लगा था। इसके बाद इन दोनों शिक्षकों ने हाई कोर्ट में अपील की थी लेकिन उनको वहां से भी राहत नहीं मिली। इन पर लगे आरोप सच साबित हुए और आरोप सही पाए जाने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक अशोक कुमार ने इन दोनों शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया।