उत्तराखंड देहरादूनComplete lockdown in india pib fact check

3 मई से पूरे देश में लगेगा लॉकडाउन? जानिए इस वायरल खबर का पूरा सच

इस वक्त देश भर में यह चर्चा आम हो गई है 3 मई से पूरे देश में लोक डाउन लग रहा है। जानिए इस खबर का पूरा सच

Coronavirus in uttarakhand: Complete lockdown in india pib fact check
Image: Complete lockdown in india pib fact check (Source: Social Media)

देहरादून: पूरे देश में कोरोनावायरस में हाहाकार मचाया हुआ है। उत्तराखंड में भी कोरोना वायरस रोजाना नए रिकॉर्ड तोड़ रहा है। इस बीच देश भर में एक चर्चा तेज हो गई है। वह चर्चा है पूरे देश में संपूर्ण लॉकडाउन लगाने की। लोग एक दूसरे को मैसेज फॉरवर्ड कर रहे हैं कि 3 मई से पूरे देश में लॉकडाउन लगेगा। लेकिन आपको इस खबर का पूरा सच जानना चाहिए। कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के बीच सोशल मीडिया पर तेजी से 3 मई से 20 मई के बीच संपूर्ण लॉकडाउन को लेकर कई तरह के मैसेज वायरल हो रहे हैं। पीआईबी की फैक्ट चेक टीम ने खुद ट्वीट कर कर कहा है कि 3 मई से 20 मई तक संपूर्ण लॉकडाउन लगाने का दावा फर्जी है और केंद्र सरकार ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है। दरअसल गृह मंत्रालय ने राज्यों को सलाह दी है कि वे संपूर्ण लॉकडाउन के बजाय उन जिलों और क्षेत्रों में कोरोनावायरस संक्रमण को रोकने का उपाय करें जहां के बहुत ज्यादा कस बढ़े हैं। गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को निर्देश दिया है कि 31 मई तक स्थिति का आकलन करें। बाजार कार्यालय स्कूल और विश्वविद्यालयों के संचालन पर तत्काल प्रतिबंध जैसे उपायों पर विचार करें। इसके अलावा केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि जिन जिलों में कोरोनावायरस ज्यादा बढ़ा है वहां नियंत्रण के उपाय पर विचार करें। कोरोनावायरस संक्रमण के नियंत्रण पर गृह मंत्रालय के नए दिशानिर्देशों में लॉक डाउन के बारे में स्पष्ट किया गया है कि राज्यों को प्रतिबंध की रणनीति या अपने स्तर पर तैयार करने की छूट है। दरअसल कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के बीच सोशल मीडिया पर तेजी से 3 मई से 20 मई के बीच संपूर्ण लॉकडाउन को लेकर कई तरह के मैसेज वायरल हो रहे हैं। पीआईबी की फैक्ट चेक टीम ने खुद ट्वीट कर कर कहा है कि 3 मई से 20 मई तक संपूर्ण लॉकडाउन लगाने का दावा फर्जी है और केंद्र सरकार ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है।



यह भी पढ़ें - उत्तराखंड: यहां मुर्गों की सुरक्षा के लिए तैनात हुई SOG, जानिए क्या है गजब मामला