ऋषिकेश: कोरोना काल में उत्तराखंड पुलिस जनता की सच्ची मित्र बनकर सामने आई। इस दौरान पुलिस ने न सिर्फ अपनी ड्यूटी ईमानदारी से की, बल्कि सही समय पर उपचार दिलाकर कई कोरोना मरीजों की जान भी बचाई। उत्तराखंड पुलिस के काम की हर तरफ सराहना हुई, लेकिन पुलिस महकमे के कुछ नुमाइंदे ऐसे हैं, जो आज भी अपने कामों से खाकी को दागदार करने से बाज नहीं आ रहे। ऋषिकेश में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां शराब के नशे में धुत उप निरीक्षक अपनी पूर्व मकान मालकिन के घर पहुंच गया। आरोप है कि पुलिसकर्मी ने महिला के साथ बदसलूकी की। पुलिसकर्मी के इस व्यवहार से महिला बुरी तरह डर गई थी। बाद में उसने हिम्मत जुटाकर पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने भी मामले में तुरंत एक्शन लिया। शिकायत मिलने के बाद आरोपी उपनिरीक्षक को सस्पेंड कर दिया गया.
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आरोपी उप निरीक्षक का नाम विनय शर्मा है। विनय शर्मा पर एक महिला ने बदसलूकी करने का आरोप लगाया है। विनय शर्मा पीड़ित महिला के मकान में किराये पर रहा करता था। बीते दिनों आरोपी शराब पीकर महिला के घर पहुंचा और नशे में उससे आपत्तिजनक व्यवहार किया। सोमवार को महिला ने इस संबंध में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार से मुलाकात कर आरोपी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। जिसके बाद विनय शर्मा को सस्पेंड कर दिया गया है। आईएसबीटी पुलिस थाने के प्रभारी शिशुपाल सिंह ने बताया कि उप निरीक्षक विनय शर्मा इसी थाने में पोस्टेड थे। उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई हुई है। एक महिला ने विनय शर्मा के खिलाफ केस दर्ज कराया है। मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं।