उत्तराखंड देहरादूनUttarakhand report in National Family Health Survey

उत्तराखंड के शहरों में घट रही हैं बेटियां, नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे में सामने आया सच

National Family Health Survey Uttarakhand Report में चौंकाने वाले हुए खुलासे, उत्तराखंड के शहरों में घट रहीं हैं बेटियां, ग्रामीण क्षेत्रों में लड़कियों की संख्या ज्यादा-

National Family Health Survey Uttarakhand Report: Uttarakhand report in National Family Health Survey
Image: Uttarakhand report in National Family Health Survey (Source: Social Media)

देहरादून: उत्तराखंड के शहरों में लिंगानुपात से संबंधित एक बुरी खबर सामने आ रही है। उत्तराखंड के शहरों में लिंगानुपात बेहद चिंताजनक स्तर पर पहुंच गया है। National Family Health Survey Uttarakhand Report के अनुसार राज्य के शहरी इलाकों में कुल आबादी में प्रति एक हजार लड़कों पर केवल 943 लड़कियां हैं। चौंकाने वाली बात है कि यही आंकड़े ग्रामीण इलाकों में ज्यादा हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में यह संख्या 1052 है। विशेषज्ञ लिंगानुपात में गिरावट की वजह भ्रूण के लिंग परीक्षण को बता रहे हैं। बीते बुधवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में बालिका जन्मदर 2.1 से घटकर 1.9 पर पहुंच गई है। रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में नवजात मृत्यु दर 27.9 से बढ़कर 32.4 तक पहुंच गई है। आगे पढ़िए
यह भी पढ़ें - देवभूमि के जिस गांव से संजीवनी बूटी ले गए थे हनुमान, उस गांव तक पहुंच रही है सड़क

ये भी पढ़ें:

  • National Family Health Survey Uttarakhand Report

    Uttarakhand report in National Family Health Survey
    1/ 2

    अस्पतालों में एनआईसीयू की भारी कमी इसकी बड़ी वजह बताई जा रही है। शहरों में लिंगानुपात गिरना चिंताजनक है। भ्रूण लिंग बताना गैर कानूनी है मगर इसके बावजूद भी उत्तराखंड में गर्भ में ही लिंग बताने वाले सेंटर सक्रिय हैं।

  • ये है वजह

    Uttarakhand report in National Family Health Survey
    2/ 2

    वहीं शिशु मृत्यु दर को सीधा स्वास्थ्य फैसिलिटी से जोड़ कर देखा जा रहा है। पहाड़ों से अब भी गंभीर केस बड़े पैमाने पर रेफर हो रहे हैं। बाल मृत्यु दर बढ़ने की यह बड़ी वजह है।