नैनीताल: Uttarakhand के पर्वतीय क्षेत्रों में Snowfall का दौर जारी है। जिससे ठिठुरन बढ़ गई है। बर्फबारी ने स्थानीय लोगों की मुश्किलें बढ़ाई हैं, हालांकि पर्यटकों को मौसम का ये बदला मिजाज खूब भा रहा है।
Heavy Snowfall in Uttarakhand
पहाड़ों में पिछले तीन दिनों में भारी बर्फबारी के कारण ऊंचाई वाले इलाके बर्फ की चादर में लिपटे नजर आ रहे हैं। बर्फबारी देखने के लिए पर्यटकों की भीड़ उमड़ रही है। रविवार सुबह बारिश के बाद दोपहर में प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में धूप खिली। जिसके बाद प्रमुख पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस बीच मौसम विभाग ने आगे भी उत्तराखंड में बर्फबारी की संभावना लगातार जताई है।
पिथौरागढ़, चमोली, रुद्रप्रयाग, देहरादून, उत्तरकाशी, बागेश्वर जिलों में बर्फबारी की संभावनाएं हैं। हालांकि खराब मौसम के चलते पहाड़ वासियों की दिक्कतें भी बढ़ी हैं। कोटद्वार-पौड़ी मार्ग मलबा आने की वजह से दुगड्डा के पास अवरुद्ध हो गया है। भारी बर्फबारी के बाद धनोल्टी-चंबा रोड भी बंद है। उत्तरकाशी में भी शनिवार-रविवार को जमकर बर्फबारी हुई। जिससे दो राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 15 संपर्क मार्ग बंद हैं।
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Roads Blocked amid Heavy Snowfall in Uttarakhand:
सड़कें बंद होने की वजह से जिले के करीब 35 गांव अलग-थलग पड़े हुए हैं। गंगोत्री-यमुनोत्री में रास्ते से बर्फ हटाने का काम जारी है। सड़कें बंद होने से रविवार को मसूरी, चकराता और धनोल्टी के रास्तों पर जाम रहा। हरिद्वार में सुबह तक हल्की बूंदाबांदी के बाद दस बजे बाद आसमान खुल गया। पूरे दिन धूप तो खिली, लेकिन अधिकतम और न्यूनतम तापमान गिर गया। इससे ठंडी हवाएं चली और लोग अलाव का सहारा लेते नजर आए।
केदारनाथ-बदरीनाथ धाम में भी बर्फ की चार फीट मोटी परत जमी है। पर्वतीय क्षेत्रों के कई गांव अलग-थलग पड़ गए हैं। यहां संचार और बिजली सेवाएं ठप हैं। लोगों को बर्फ पिघलाकर पानी का इंतजाम करना पड़ रहा है। शनिवार को शुरू हुआ बारिश-बर्फबारी का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा। मैदानों में दोपहर में धूप के दर्शन हुए, लेकिन पहाड़ी क्षेत्रों में मौसम खराब ही रहा। मौसम विभाग ने सोमवार को भी Uttarakhand में snowfall की संभावना जताई है।