नैनीताल: आदि कैलाश यात्रा की चाह रखने वाले यात्रियों के लिए एक अच्छी खबर है।
Uttarakhand Adi Kailash Yatra 2022
तीन साल का इंतजार खत्म होने वाला है। आदि कैलाश की धार्मिक यात्रा शुरू होने वाली है। तीन साल बाद होने वाली यात्रा का संचालन एक निजी फर्म कर रही है। यात्रा को लेकर लोगों में किस कदर उत्साह है, इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि यात्रा के लिए अब तक 415 यात्री बुकिंग करा चुके हैं। यात्रा का संचालन भले ही निजी फर्म कर रही है, लेकिन यात्रा के लिए पूरा सिस्टम केएमवीएन का रहेगा। निगम के अधिकारी सभी पड़ावों का निरीक्षण कर लौट चुके हैं। आदि कैलाश की यात्रा के दौरान प्रवास, भोजन व गाइड की व्यवस्था केएमवीएन के द्वारा की जाएगी। अब आपको Adi Kailash Yatra 2022 के पड़ावों के बारे में भी बताते हैं। यह यात्रा दिल्ली से काठगोदाम पहुंचेगी। काठगोदाम से यात्रा दल पहले दिन पिथौरागढ़ पहुंचेगा। दूसरे दिन पिथौरागढ़ से धारचूला जाएगा।
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तीसरे दिन धारचूला में इनरलाइन परमिट तैयार कर दल वाहन से सीधे गुंजी पहुंचेगा। चौथे दिन दल गुंजी से ज्योलिगकोंग जाकर आदि कैलाश और पार्वती सरोवर के दर्शन करने के बाद वापस गुंजी लौटेगा। पांचवे दिन दल गुंजी से नावीढांग जाएगा। वहां ओम पर्वत के दर्शन कर रात्रि विश्राम के लिए नाबी लौटेगा। अगले दिन नाबी से धारचूला होते हुए दल डीडीहाट या चौकोड़ी पहुंचेगा। सातवें दिन दल को वापस काठगोदाम पहुंचना होगा। आदि कैलाश क्षेत्र में जीरो प्वाइंट तक सड़क तैयार है। अभी पार्वती सरोवर तक जाने वाली सड़क में एवलांच के चलते बर्फ जमा है। यात्रा शुरू होने तक बर्फ पिघलने के पूरे आसार हैं। कुमाऊं के 9 युवाओं का दल भी रविवार को आदि कैलाश यात्रा के लिए रवाना हो चुका है। दल में नैनीताल, हल्द्वानी, रुद्रपुर व कुमाऊं के अन्य क्षेत्रों के लोग शामिल हैं। सोमवार को दल Adi Kailash Yatra 2022 जाएगा और मंगलवार को ओम पर्वत के दर्शन के बाद धारचूला लौटेगा।