उत्तराखंड उत्तरकाशीUkrainian woman Safi gets help in Uttarkashi

उत्तराखंड: रूस अटैक में घर गंवा चुकी यूक्रेन की महिला को गढ़वाल में मिला सहारा

यूक्रेनी बच्ची का उत्तरकाशी के अस्पताल में सफल ऑपरेशन हुआ। रेडक्रास बच्ची के इलाज में मदद कर रहा है, तो वहीं परिवार को उत्तरकाशी के आश्रम में ठौर मिला है।

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Image: Ukrainian woman Safi gets help in Uttarkashi (Source: Social Media)

उत्तरकाशी: रूसी हमले के बाद से यूक्रेन के हालात बदतर होते जा रहे हैं। कीव, खारकीव, बुका और इरपिन शहर में कई इमारतें खंडहर में तब्दील हो गई हैं। लोग खौफजदा होकर देश छोड़ रहे हैं।

Ukrainian woman Safi gets help in Uttarkashi

इनमें से कई ने भारत में शरण ली है। इस बीच एक युद्ध प्रभावित यूक्रेनी परिवार उत्तरकाशी जिले में भी पहुंचा। पहाड़ के लोगों ने यूक्रेनी महिला और उसके परिवार की हरसंभव मदद की। इतना ही नहीं महिला की छह साल की बेटी की बड़ी सर्जरी की जानी थी। तब जिला अस्पताल के सीएमएस व सर्जन डॉ. एसडी सकलानी मदद के लिए आगे आए। बच्ची का ऑपरेशन सफल रहा। रेडक्रास बच्ची के इलाज में मदद कर रहा है, तो वहीं परिवार को उत्तरकाशी के आश्रम में ठौर मिला है। युद्ध के बीच पिछले महीने एक यूक्रेनी परिवार अपने चार बच्चों को लेकर उत्तरकाशी पहुंचा था। ये सभी सैंज कुमालल्टी में पायलट बाबा के आश्रम में शरण पा चुके हैं। मंगलवार देर रात इस परिवार की सबसे छोटी बेटी अभया के पेट में अचानक तेज दर्द हुआ, लेकिन आर्थिक तंगी से गुजर रही मां साफी के पास बेटी के इलाज के लिए पैसे नहीं थे। रेडक्रॉस की मदद से बच्ची का इलाज शुरू हो सका। बच्ची के पेट में अपेंडिक्स की शिकायत होने की बात सामने आई थी। बीती 18 मई की रात 8 बजे बच्ची का सफल ऑपरेशन कर उसकी जान बचा ली गई।

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साफी ने यूक्रेन में परिजनों को सब कुछ बताया तो वहां भी खुशी के आंसू छलक उठे। साफी और उसके परिवार ने रेडक्रॉस व अस्पताल का आभार माना। पेशे से इंजीनियर रही साफी अपनी तीन बेटियों और एक बेटे के साथ उत्तराखंड आई हैं। 10 साल पहले वो अपने बेटे के जन्म पर भारत आई थीं, और पायलट बाबा को अपना गुरु बनाया था। युद्ध के बाद उन्होंने बाबा के आश्रम में शरण ली है। यूक्रेन से साफी के पति भी उत्तरकाशी पहुंच गए हैं। साफी बताती हैं कि कीव शहर में उनके दो फ्लैट पूरी तरह तबाह हो गए। वह अपने वतन कब लौट सकेंगी, ये तो नहीं पता लेकिन इतना जरूर है कि उत्तरकाशी में वो खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। रेडक्रॉस की ओर से मदद दिलाने वाले चेयरमैन माधव प्रसाद जोशी ने यूक्रेन के दंपति की पूरी मदद करने का आश्वासन दिया है।