उत्तराखंड ऋषिकेशAnkita Bhandari Murder Case Hotel Vanantra Resort

अंकिता भंडारी मर्डर: सामने आया वनन्त्रा रिसॉर्ट का सच, गांव वालों को धोखा देकर बनाया था होटल

जांच में यह बात सामने आई कि यह रिसार्ट पूरी तरह से नियम, कायदे और कानून को ताक पर रखकर बनाया गया।

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Image: Ankita Bhandari Murder Case Hotel Vanantra Resort (Source: Social Media)

ऋषिकेश: गंगा भोगपुर स्थित अंकिता भंडारी हत्‍याकांड से जुड़ा वनन्‍तरा रिसार्ट को लेकर प्रशासन की प्राथमिक जांच में हैरान करने वाला खुलासा हुआ है कि रिसार्ट के लिए मानचित्र पास नहीं कराया गया था।

Ankita Bhandari Murder Case Hotel Vanantra Resort

इस रिजॉर्ट को नियम-कायदों को ताक पर रख बनाया गया है। अंकिता भंडारी की हत्या के बाद मुख्य हत्यारोपित पुलकित आर्य का वनन्तरा रिसार्ट प्रशासन के निशाने पर आ गया है। प्रशासन ने इस रिसार्ट की जांच कर रहा है। वहीं जांच में यह बात सामने आई कि यह रिसार्ट पूरी तरह से नियम, कायदे और कानून को ताक पर रखकर बनाया गया। गंगा भोगपुर तल्ला में ग्रामीणों को गुमराह कर उनकी भूमि को औने-पौने दामों पर खरीदी गई थी। करीब 12 वर्ष पहले पुलकित आर्य के पिता पूर्व दायित्वधारी और भाजपा नेता डा. विनोद आर्य ने यहां करीब दो बीघा भूमि ग्रामीणों से खरीदी थी। इस भूमि का बकायदा रजिस्ट्री और दाखिला भी आर्य परिवार के नाम पर है। भूमि खरीदने के बाद डा. विनोद आर्य ने यहां आंवला कैंडी बनाने का एक प्लांट लगाया था।

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जब यह प्लांट शुरू हुआ तो इससे निकलने वाला गंदा पानी स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया। बताया जा रहा है कि वर्ष 2017-18 में पुलकित आर्य ने इसी फैक्ट्री के ऊपर हिस्से को एक रिसार्ट के रूप में तब्दील कर दिया। यहां पर करीब 10-12 कमरे बनाए गए। इसके साथ ही आंवला कैंडी का प्लांट भी यहां दूसरे हिस्से में जारी रखा। शुरूआत में पुलकित आर्य ने इस रिसार्ट को संचालन के लिए किराये पर दे दिया। एक बंगाल मूल के व्यक्ति ने कुछ समय इस रिसार्ट का संचालन किया। मगर, रिसार्ट नहीं चल पाया और उसने रिसार्ट छोड़ दिया। बाद में पुलकित आर्य ने स्वयं ही इस रिसार्ट को संभाला। बताया जा रहा है कि यहां पर्यटक तो कभी-कभार ही आते थे। मगर, यह रिसार्ट पुलकित आर्य के लिए अय्याशी का अड्डा जरूर बन गया। पौड़ी जिला प्रशासन ने इस घटना के बाद वनन्तरा रिसार्ट की जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक जांच में पता चला कि इस निर्माण का मानचित्र किसी भी आथेरिटी से स्वीकृत ही नहीं कराया गया था। अंकिता के हत्याकांड के बाद यह रिसार्ट के साथ ही इस तरह के कई रिसार्ट के संचालन पर भी कई सवाल खड़े हुए हैं। लोगों ने आरोप लगाया है कि देवभूमि उत्तराखंड ऐसे नीच सोच वाले लोगों की गिरफ्त में हैं। यह लोग पर्यटन के नाम पर नशे को बढ़ावा देते हैं, देह व्यापार करते हैं। कुल मिला कर अंकिता हत्याकांड के बाद उत्तराखंड के सभी रिजॉर्ट और होटल शक के दायरे में आ गए हैं। अब देखना यह है कि पुलिस और सरकार मिलकर इस मामले के बाद अन्य रिजॉर्ट और होटलों की जांच पड़ताल करते हैं कि नहीं।