टिहरी गढ़वाल: कहते हैं कि फ़रिश्ते नहीं होते, लेकिन इंसान रूपी फ़रिश्ते ज़रूर होते हैं। उत्तराखंड के दो सिपाहियों ने यह साबित कर दिया है कि मनुष्यता से बड़ा कुछ धर्म नहीं है।
Home Guard Saved a life in Tehri Garhwal
हाल ही में दिल्ली से टिहरी गढ़वाल पहुंचा एक व्यक्ति कार से सफर कर रहा था। इसी दौरान भद्रकाली चौकी के पास उसके सीने में अचानक दर्द उठा और हार्ट अटैक के कारण वह बेहोश हो गया। तभी ड्यूटी पर तैनात कॉन्स्टेबल संजय कुमार व होमगार्ड सुरेश अलर्ट हो गए। जैसे ही उस व्यक्ति की हालत देखी उसकी मदद के लिए पहुंच गए। कॉन्स्टेबल संजय कुमार व होमगार्ड सुरेश ने सीपीआर( Cardiopulmonary Resuscitation) देकर व्यक्ति की जान बचा ली। इसके बाद उपचार के लिए अस्पताल भेजा। अगर वे वक्त से सीपीआर नहीं देते, तो व्यक्ति नहीं बच पाता। आखिरकार, उत्तराखंड पुलिस के एक कॉन्स्टेबल और होमगार्ड की वजह से सूझबूझ और समझदारी से दिल्ली के एक व्यक्ति की जान बच गई।दरअसल हाल ही में दिल्ली से टिहरी गढ़वाल पहुंचा एक व्यक्ति कार से सफर कर रहा था। आगे पढ़िए
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इसी दौरान उसके सीने में अचानक दर्द उठा और वह बेहोश हो गया। ड्यूटी पर तैनात कॉन्स्टेबल संजय कुमार व होमगार्ड सुरेश तुरंत ही उसकी मदद के लिए पहुंच गए। कॉन्स्टेबल संजय कुमार व होमगार्ड सुरेश सीपीआर देकर व्यक्ति की जान बचा ली। इसके बाद उपचार के लिए अस्पताल भेजा। उत्तराखंड के डीजीपी आईपीएस अशोक कुमार ने इसका वीडियो साझा कर कॉन्स्टेबल और होमगार्ड की जमकर तारीफ की है। डीजीपी अशोक कुमार ने एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ''टिहरी गढ़वाल में कांस्टेबल संजय कुमार व होमगार्ड सुरेश की सूझबूझ से एक व्यक्ति की जान बच गई! दिल्ली से आये 45 साल का एक व्यक्ति कार से सफर कर रहा था। भद्रकाली चौकी पर अचानक सीने में दर्द होने के कारण बेहोश हो गया। कांस्टेबल संजय कुमार व होमगार्ड सुरेश वहां पर ड्यूटी पर तैनात थे। जैसे ही उन्होंने उस व्यक्ति को बेहोश हुआ देखा, उसकी मदद को आ गए। उन्होंने सीपीआर देकर व्यक्ति की जान बचा ली। इसके बाद उपचार हेतु अस्पताल भेजा। बहुत शाबाशी संजय व सुरेश।''