उत्तराखंड देहरादूनSonu Sood Thanks Bajrangi Bhaijaan of Uttarakhand

उत्तराखंड के गिरीश पंत को सोनू सूद ने कहा थैंक्स, सऊदी में फंसे परिवार के लिए बने आखिरी उम्मीद

अक्सर विदेश में फंसे भारतीयों के लिए उत्तराखंड के बजरंगी भाईजान गिरीश पंत देवदूत बनकर सामने आते हैं।

Bajrangi Bhaijaan of Uttarakhand: Sonu Sood Thanks Bajrangi Bhaijaan of Uttarakhand
Image: Sonu Sood Thanks Bajrangi Bhaijaan of Uttarakhand (Source: Social Media)

देहरादून: गिरीश पंत ने एक बार फिर से अपनी दरियादिली से चर्चाओं में हैं और इस बार मशहूर एक्टर सोनू सूद ने उन्हें थैंक्स कहा। इस बार उन्होंने सऊदी अरब में फंसे हैदराबाद के परिवार की मदद की।

Sonu Sood Thanks Bajrangi Bhaijaan of Uttarakhand

उत्तराखंड के गिरीश पंत जिन्हें बजरंगी भाईजान के नाम से जाना जाता है, उन्होंने दुबई और कई अन्य देशों में फंसे हजारों भारतीयों की मदद की है। उनकी इसी समर्पित सेवा के कारण जब भी कोई भारतीय विदेश में किसी मुसीबत में फंसता है, तो सबसे पहले अल्मोड़ा के गिरीश पंत को याद किया जाता है। हाल ही में अभिनेता और समाजसेवी सोनू सूद ने भी गिरीश से संपर्क कर हैदराबाद के एक परिवार की मदद की विनती की। गिरीश पंत ने तुरंत कार्रवाई करते हुए चंद दिनों में उनकी समस्या का समाधान कर दिया, जिसके लिए सोनू सूद ने उन्हें धन्यवाद कहा।

सोनू सूद के प्रयास विफल होने पर किया गिरीश पंत से संपर्क

हैदराबाद के एक परिवार ने सोनू सूद से सऊदी अरब में मृत रमनजनेयूलू की डेड बॉडी को भारत लाने में मदद मांगी। सोनू सूद ने कई प्रयासों के बावजूद एक हफ्ते में समस्या हल नहीं हो पाई, तो उन्होंने दुबई के गिरीश पंत से संपर्क किया। गिरीश पंत ने तुरंत इंडियन एंबेसी से संपर्क कर डेड बॉडी को भारत भेजने की प्रक्रिया शुरू की। गिरीश पंत ने बताया कि इंडियन एंबेसी चाहती थी कि मृतक के परिजनों को उनके हक की धनराशि मिलने के बाद ही डेड बॉडी भारत भेजी जाए, क्योंकि मृतक सऊदी अरब में 25 सालों से काम कर रहा था। एंबेसी को चिंता थी कि अगर बॉडी पहले भेज दी गई, तो कंपनी और एंबेसी इस प्रक्रिया में ध्यान नहीं दे पाएंगे। गिरीश पंत की कोशिशों से 20 दिन में डेड बॉडी भारत पहुंचाई गई और कंपनी ने परिवार को एकमुश्त राशि देने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी।

गिरीश पंत को कॉल पर दिया सोनू सून ने धन्यवाद

गिरीश पंत ने बताया कि इंडियन एंबेसी काउंसिल मोइन अख्तर ने पूरे मामले में काफी सहयोग किया। उनकी मदद से 20 अगस्त की दोपहर साढ़े चार बजे डेड बॉडी भारत पहुंच गई। इसके बाद सोनू सूद और उनके मैनेजर ने गिरीश पंत को कॉल कर धन्यवाद कहा और सोशल मीडिया पर भी पोस्ट कर आभार व्यक्त किया। गिरीश पंत ने बताया कि उनके पास ऐसे कई मामले आते हैं, और वे हमेशा यथासंभव मदद करने की कोशिश करते हैं।