उत्तराखंड रुद्रप्रयागRonika of Rudraprayag got selected in NSD

Uttarakhand News: NSD में हुआ रुद्रप्रयाग की रोनिका का चयन, पूरे देश से 30 छात्रों को ही मिल पाता है प्रवेश

रोनिका राणा लंबे समय से लगातार एनएसडी दिल्ली में प्रवेश की तैयारी कर रही थी। उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत की बदौलत यह सफलता हासिल की है....

National School of Drama: Ronika of Rudraprayag got selected in NSD
Image: Ronika of Rudraprayag got selected in NSD (Source: Social Media)

रुद्रप्रयाग: पहाड़ की होनहार बेटियां अपनी कड़ी मेहनत से आज हर क्षेत्र में सफलता का परचम लहरा रही हैं। ये होनहार बेटियां अपनी सफलता के साथ ही अन्य लड़कियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बन रही हैं। इन्हीं में से एक रुद्रप्रयाग जिले की रोनिका राणा का चयन नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) दिल्ली में हुआ है।

Ronika of Rudraprayag got selected in NSD

रोनिका राणा रुद्रप्रयाग जिले के रतूड़ा गांव की मूल निवासी हैं, और वो HNB श्रीनगर गढ़वाल विश्वविद्यालय के लोक कला एवं संस्कृति निष्पादन केंद्र की छात्रा हैं। रोनिका ने दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की, जिसके बाद उन्होंने गढ़वाल विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया था। रोनिका की कड़ी मेहनत के कारण उनका चयन नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) दिल्ली में हुआ है। रोनिका ने अपनी इस उपलब्धी से अपने परिजनों के साथ ही गढ़वाल विश्वविद्यालय को गौरवान्वित किया है।

कड़ी मेहनत की बदौलत मिली सफलता

विभाग के शिक्षक और संगीतकार डॉ. संजय पांडे ने बताया कि रोनिका राणा को हमेशा से ही लोक कलाओं में रूचि थी और इसके लिए वो कड़ी मेहनत और अभ्यास भी करती रहती थी। रोनिका ने बीते दो सालों में लगभग 40 नाटकों में अभिनय किया। रोनिका ने हर दिन घंटों कड़ी मेहनत करके रंगमंच की बारीकियों को सीखा है। रोनिका ने विभाग में आयोजित नाटकों में मिले किरदारों को मेहनत और समर्पण के साथ निभाया है। रोनिका लंबे समय से लगातार राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय दिल्ली में प्रवेश की तैयारी कर रही थी। इसी कड़ी मेहनत की बदौलत ही रोनिका ने यह सफलता हासिल की है।

पूरे देश से 30 छात्रों का ही हो पाता है चयन

शिक्षक और संगीतकार डॉ। पांडे ने कहा कि नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) में हर साल पूरे देश से लगभग 30 छात्रों का ही चयन हो पाता है। जिसमें रुद्रप्रयाग जिले की रोनिका का चयन होना गढ़वाल विश्वविद्यालय और पूरे जनपद के लिए गर्व की बात है। रोनिका ने अपनी इस उपलब्धी से अपने परिजनों, जिले और अपने विश्वविद्यालय का मान बढ़ाया है। गढ़वाल विश्विद्यालय के सभी रंगकर्मियों, छात्र-छात्रों और शिक्षकों ने में रोनिका की इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।