: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ यानी अजय सिंह बिष्ट। उत्तराखंड के पौड़ी जिले से ताल्लुक रखने वाले योगी आदित्यनाथ के परिवार के बारे में आप सब जानते होंगे। उनके पिता के बारे में जानते होंगे, उनके भाई, जो कि भारतीय सेना में काम कर रहे हैं, उनके बारे में भी आप जानते होंगे। लेकिन क्या आप सीएम योगी आदित्यनाथ की बहन के बारे में जानते हैं ? जी हां सीएम योगी आदित्यनाथ की बहन का नाम है शशि देवी। शशि देवी पौड़ी के कोठार गांव की रहने वाली हैं। आपको जानकर ताज्जुब होगा कि योगी आदित्यनाथ की बहन उत्तराखंड में चाय बेचकर अपने परिवार का गुजारा करती हैं, हालांकि वो इस बात से खुश भी हैं। उन्हें सादगी में रहना काफी पसंद है। शादी के बाद से ही शशि देवी एकदम साधारण जीवन बिता कर रही हैं। योगी आदित्यनाथ की बहन शशि देवी तीर्थ नगरी ऋषिकेश में चाय की दुकानें चलाती हैं।
ये भी पढ़ें:
यह भी पढें - देहरादून ने दी ताकत, मसूरी ने दिया ज्ञान, ऐसे 6000 करोड़ का मालिक बना सिम बेचने वाला
यह भी पढें - उत्तराखंड के अमर शहीद केसरी चन्द, सिर्फ 24 साल की उम्र में ही देश के लिए कुर्बान...नमन
अमर उजाला की खबर के मुताबिक शशि देवी जी की एक दुकान नीलकंठ मंदिर के पास है। इसके अलावा उनकी दूसरी चाय की दुकान भुवनेश्वरी मंदिर के पास है। इन दोनों दुकानों में ही चाय, पकौड़ी और प्रसाद मिलता है। शशि देवी का कहना है कि वो अपने भाई से उत्तराखंड का भला चाहती हैं। शशि देवी कहती हैं कि भले ही उनका भाई उनके लिए कुछ करें या ना करे, लेकिन पहाड़ की जनता के लिए कुछ भला जरूर करें। आपको बता दें कि शशि देवी का ससुराल ऋषिकेश में है। शशि देवी के पति पूरन सिंह पयाल पूर्व ग्राम प्रधान भी रह चुके हैं। इसके अलावा नीलकंठ मंदिर के पास पूरन सिंह पयाल जी का एक लॉज भी है। शशि देवी कहती हैं कि वो अपने भाई से बेहद प्यार करती हैं। साथ ही उनका कहना है कि जब उन्हें पता चला कि उनका भाई योगी बन गया है, तो वो हर साधु में अपने भाई की शक्ल देखती हैं।
ये भी पढ़ें:
यह भी पढें - देवभूमि का वो धाम.. जहां फेसबुक, एप्पल के मालिकों ने सिर झुकाया, तो बदल गई किस्मत
यह भी पढें - उत्तराखंड में कितनी भाषाएं बोली जाती हैं ? आज अपना गौरवशाली इतिहास भी जानिए
इसके अलावा योगी आदित्यनाथ के छोटे भाई शैलेंद्र मोहन बिष्ट भारतीय सेना में 'सूबेदार' हैं। शैलेंद्र मोहन बिष्ट चीन से सटती वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तैनात हैं। शैलेंद्र मोहन गढ़वाल स्काउट यूनिट में माणा बॉर्डर पर तैनात हैं। माणा बॉर्डर चीन के साथ लगी हुई है। आपको पता होगा कि ये ही वो रास्ता है, जहां से चीन की सेना ने कई बार घुसपैठ करने की नाकाम कोशिश की है। भारतीय सेना ने बार बार चीन के सैनिकों को करारा जवाब दिया है। इसी गढ़वाल राइफल में सूबेदार हैं शैलेंद्र मोहन बिष्ट। गढ़वाल स्काउट यूनिट स्थानीय लोगों को पहाड़ी सीमाओं की रक्षा के लिए सैनिकों के रूप में तैयार करती है। बॉर्डर के दूसरी तरफ चीन की सेना द्वारा घुसपैठ की बढ़ते खतरों के की वजह से माणा की सीमा का काफी सामरिक महत्व है। सूबेदार शैलेंद्र मोहन अपने बड़े भाई योगी आदित्यनाथ को बेहद पसंद करते हैं।