देहरादून: आम आदमी की उम्मीद और जरूरतें...अगर कहीं इन बातों का ध्यान रखा जाए, तो इससे बेहतर क्या होगा? फिलहाल ये एक अच्छी खबर कही जा सकती है और आम आदमी से जुड़ी हो सकती है। दरअसल उत्तराखंड देश का पहला ऐसा राज्य बनने जा रहा है, जहां सरकार की तरफ से एयर एम्बुलेंस की सुविधा शुरू होगी। स्वास्थ्य विभाग ने इस दिशा में एक अच्छी शुरूआत की है। देहरादून के पास सहस्रधारा हेलीपैड पर एक कंपनी ने इसे लेकर डेमो भी दिया है। पहाड़ों के लिए ये खबर इसलिए अच्छी है क्योंकि वहां स्वास्थ्य सेवाएं उस स्तर की नहीं हैं। कभी सड़क पर ही प्रसव हो जाते हैं, कही वायरल से ही मौत हो जाती है। इसकी वजह ये है कि कई गांवों तक अभी भी सड़क नहीं पहुंची है। अगर सड़क है भी तो कई किलोमीटर की दूरी पर है।
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ऐसे में उत्तराखंड के दूरदराज क्षेत्रों के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें, इसके लिए राज्य सरकार की तरफ से ये कदम उठाया जा रहा है। अगर एयर एम्बुलेंस हो तो पहाड़ के लोगों के लिए ये सुविधा शानदार होगी। कुछ वक्त पहले सीएम त्रिवेंद्र ने इसकी घोषणा भी की थी और अब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस काम को पूरा करने में जुट गए हैं। इस योजना को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन योजना के तहत पूरा किया जाएगा और केंद्र भी इसकी मंजूरी मिल गई है। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस बात का पता लगा रहे हैं कि कहां कहां एयर एंबुलेंस की ज्यादा जरूरत है। इसके लिए रिपोर्ट तैयार की जा रही है। अब आपको बताते हैं कि आखिर इस एयर एंबुलेंस की खूबियां क्या होंगी।
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बताया जा रहा है कि एयर एंबुलेंस में न सिर्फ जरूरी चिकित्सा उपकरण बल्कि प्राथमिक इलाज के भी एक डॉक्टर भी मौजूद रहेगा। आपातकाल की स्थिति में हर जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी एयर एंबुलेंस मंगवाने के लिए अधिकृत होंगे। पहाड़ में अगर कोई गंभीर रूप से बीमार है और उसे तुरंत इलाज की ज़रूरत है तो इस सेवा की मदद से उसे तुरंत इलाज मिलेगा। अक्सर देखा गया है कि गंभीर बीमारी के चलते और वक्त पर इलाज ना मिल पाने की वजह से पहाड़ में कई लोग काल के गाल में समा जाते हैं। ऐसे में ये एक कारगर पहल साबित हो सकती है। फिलहाल सहस्त्र धारा में इस एयर एंबुलेंस का पहला डेमो लिया गया है और इस सेवा को शुरू करने के लिए विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। जल्द ही इसकी टेंडर प्रक्रिया भी शुरू होगी।