उत्तराखंड PULWAMA ATTACK RAJKUMAR JHAGHARIYA STORY

पुलवामा आतंकी हमला: इस जवान की आंखों के सामने शहीद हो गए 37 साथी

वो भावुक हुआ और बोला ‘भाई उस मंजर के बारे में हम कुछ नहीं बता सकते... कायरों ने मेरे साथियों की जान ले ली, हम शहादत का बदला लेंगे

उत्तराखंड: PULWAMA ATTACK RAJKUMAR JHAGHARIYA STORY
Image: PULWAMA ATTACK RAJKUMAR JHAGHARIYA STORY (Source: Social Media)

: पुलवामा में आतंकी हमला हुआ और देशभर की आंखें भर आईं। जिसने भी वो मंजर देखा, वो दहल उठा था। इस बीच सीआरपीएफ के जवान राजकुमार इस हमले में बाल-बाल बचे हैं। ये वो जवान है, जिसने अपनी आंखों के सामने करीब 40 जवानों के खून से सने शव देखे। मीडिया से बात करते हुए राजकुमार की आंखे भर आई...वो भरभराते गले से बोले ‘‘भाई..हम कुछ नहीं बता सकते। कायरों ने हमारे साथियाें की जान ले ली। हमारे साथी जो चले गए, वो अमर हो गए। हम उनकी शहादत का बदला लेंगे। कायरों को किसी भी हाल में बख्शेंगे नहीं’’। आगे राजकुमार ने कहा कि ‘‘भारतीय सेना की 78 गाड़ियां एक कतार में चल रही थी। हमारी गाड़ी सबसे आगे थी। अचानक पीछे की एक गाड़ी धमाके के साथ हवा में उछल गई। हम संभल नहीं पाए और अफरा- तफरी मच गई’’। आगे पढ़िए

ये भी पढ़ें:

यह भी पढें - पुलवामा आतंकी हमले में उत्तराखंड ने खोया अपना लाल, गांव में पसरा मातम
यह भी पढें - पुलवामा में शहीद हुआ देवभूमि का वीर सपूत, उत्तराखंड में शोक की लहर!
राजकुमार ने आगे बताया कि ‘‘हम सभी ने मोर्चा संभाला और जवानों को बचाने लगे। वो मंजर बड़ा वीभत्स था, शवों के चिथड़े उड़े हुए थे’’। राजकुमार 78 गाडियों के काफिले में रेड फ्लेग पार्टी की गाड़ी चला रहे थे। उन्होंने कहा कि ‘‘हमले के बाद मुझे मेरे परिवार का फोन आया लेकिन हालात ऐसे थे कि मैं उनसे बात नहीं कर पाया। फोन पर फोन आ रहे थे तो कह दिया कि बच गए, लेकिन साथी छोड़कर चले गए। मेरे परिवार को अनहोनी का अंदेशा था इसलिए घटनास्थल से ही फोटो खींचकर भेज दिया। राजकुमार मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले हैं और सीआरपीएफ में ड्राइवर हैं। आतंकी हमले के बाद राजकुमार झाझडिया का परिवार चिंतित हो गया। पिता ने बताया कि बेटा कश्मीर में तैनात है। 4 घंटे तक फोन लगाते रहे, लेकिन बात नहीं हो सकी। बाद में फोन आया तो तसल्ली हुई।