टिहरी गढ़वाल: वो दिन अब दूर नहीं जब टिहरी झील में सी-प्लेन उतरने लगेगें। पर्यटकों के लिए ये सुविधा किसी शानदार सौगात से कम नहीं है। टिहरी झील में सी-प्लेन उतरने शुरू होंगे, तो यहां पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। देश-विदेश के पर्यटक टिहरी झील का दीदार करने उत्तराखंड आएंगे। इससे राजस्व तो बढ़ेगा ही साथ में बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। प्रदेश सरकार टिहरी झील को विश्व स्तरीय टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर विकसित कर रही है। इसी कड़ी में झील में सी-प्लेन उतारने की योजना बनी है, जिस पर 3 जुलाई को फाइनल मुहर लग जाएगी। इसके बाद टिहरी झील में कभी भी सी प्लेन सेवा का शुरू हो सकती है। टिहरी झील उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों की पहली पसंद में शुमार है। हर साल लाखों पर्यटक झील का दीदार करने उत्तराखंड पहुंचते हैं। इनमें देशी सैलानियों के साथ ही विदेशी सैलानियों की भी बड़ी तादाद होती है। हर साल टिहरी आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है और सरकार भी इन्हें बेहतर सेवाएं देने के लिए प्रयासरत है। इसी कड़ी में उत्तराखंड सरकार ने झील में सी प्लेन उतारने की योजना बनाई है, जिसे अंतिम रूप दे दिया गया है।
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टिहरी झील में सी-प्लेन उतारने को लेकर 3 जुलाई को सचिवालय में एमओयू साइन किया जाना है। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी इस बैठक में मौजूद रहेंगे। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय और राज्य के अधिकारियों की मौजूदगी में करार होगा। सब कुछ तय हो जाने के बाद सी प्लेन एयर रूट के साथ ही दूसरी सुविधाएं विकसित की जाएंगी। सब कुछ ठीक रहा तो टिहरी झील देश की पहली ऐसी झील बन जाएगी, जहां पर्यटकों को सी-प्लेन की सुविधा मिलेगी। ये प्रदेश के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी। योजना को सफल बनाने के लिए सरकार नागरिक उड्डयन विभाग को कोटी में ढाई एकड़ जमीन पहले ही उपलब्ध करा चुकी है। यही नहीं कैबिनेट ने सी प्लेन के ईंधन पर वैट को 20 फीसद से घटाकर 10 फीसद करने का निर्णय भी लिया है। 3 जुलाई को इस संबंध में एमओयू साइन होना है, जिसके बाद दूसरी औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी।