: उत्तराखंड में भारी बारिश हो रही है। खासतौर पर पहाड़ी इलाकों के हाल बुरे हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे 9 जिलों के लिए अलर्ट भी जारी किया है। ऐसे में देहरादून, चंपावत, ऊधमसिंहनगर, पिथौरागढ़, चमोली, टिहरी, पौड़ी और हरिद्वार जिलों के लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। इस बीत पहली खबर घनसाली से है। घनसाली में हुई बारिश की वजह से गदेरा पार करते हुए एक शख्स बह गया। बाजियाल गांव निवासी महाबीर लाल शाह गांव की तरफ जा रहे थे। इस बीच वो गदेरे के तेज बहाव में बह गए। एसडीआरएफ की टीम ने रात को सर्च ऑपरेशन चलाया लेकिन सफल नहीं हो पाए। सुबह पत्थरों के बीच से शव मिला। अगली घटना काठगोदाम की है, जहां बदरीपुरा मोहल्ले में सुरक्षा दीवार एक मकान के ऊपर गिर गई। हादसा बुधवार को दोपहर तीन बजे हुआ जिसमें महिला की मौत हो गई। 45 साल की महिला, उनकी 30 वर्षीय बेटी रीना और 32 साल की देवरानी घर में कामकाज कर रही थीं। रीना की 5 साल की बेटी अनाया सोई हुई थी। परिवार किसी भी तरह की अन्होनी से अनजान था। तभी घर के पीछे मकान से सटी सुरक्षा दीवार भरभराकर मकान के ऊपर गिर गई। आगे पढ़िए…
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दीवार का मलबा मकान के पीछे की दीवार और छत को तोड़ता हुआ घर में जा घुसा। ये सब इतनी तेजी से हुआ कि घर की महिलाओं को संभलने का मौका ही नहीं मिला। इससे पहले कि वो कुछ समझ पातीं, वो मलबे में बुरी तरह धंस गईं थीं। बच्ची समेत चारों लोग मलबे में दबे हुए थे। उनकी चीख-पुकार सुन आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और प्रशासन को हादसे की सूचना दी। लोगों ने बिना किसी देरी के घायलों को मलबे से निकालना शुरू कर दिया। पुलिस, राजस्व कर्मियों और स्थानीय लोगों की मदद से मलबे में दबी अनाया, शबीना, शकीला और रीना को मलबे से निकाल कर अस्पताल ले जाया गया, पर तब तक रीना की मौत हो चुकी थी। उसके सिर में गंभीर चोट लगी थी, जिस वजह से वो बच नहीं पाई। 5 साल की मासूम अनाया के सिर से अब मां का साया उठ गया है। एक हादसे ने अनाया से उसकी मां को छीन लिया, ये मासूम तो जानती भी नहीं कि अब उसकी मां कभी नहीं लौटेगी। अनाया समेत बाकी घायल महिलाएं अस्पताल में भर्ती हैं, उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टर्स ने बताया कि घायलों की हालत स्थिर है, उनके स्वास्थ्य पर नजर रखी जा रही है।