उत्तराखंड देहरादूनmonkey took seven thousand rupee in rishikesh

ऋषिकेश में 7 हजार रुपये और दस्तावेज लेकर रफूचक्कर हुआ बंदर, बुलानी पड़ी पुलिस

अगर आप बंदरों की हरकतों को हल्के में लेते हैं, तो इस खबर को पढ़ने के बाद आप ऐसा करने की सोचेंगे भी नहीं...

उत्तराखंड न्यूज: monkey took seven thousand rupee in rishikesh
Image: monkey took seven thousand rupee in rishikesh (Source: Social Media)

देहरादून: बंदरों ने पहाड़ में उत्पात मचाया हुआ है। कभी-कभी इनकी हरकतों पर हंसी आती है, तो कई बार इनकी वजह से लोग मुश्किल में भी फंस जाते हैं। ऐसा ही एक मामला ऋषिकेश में सामने आया। जहां एक बंदर किसी आदमी की कमीज उठाकर ले गया। अगर बात सिर्फ कमीज की होती तो शायद हर कोई इस घटना को हल्के में लेता। पर ऐसा है नहीं। जो कमीज बंदर महाशय उठाकर ले गए थे, उसकी जेब में 7 हजार रुपये रखे हुए थे। जरूरी दस्तावेज और गाड़ी की चाबी भी थी। अब बंदर तो बंदर है, वो कमीज के साथ कुछ भी कर सकता था। उसमें रखे रुपये उड़ा सकता था, दस्तावेज फाड़ सकता था, पर ऐसा होता इससे पहले ही ढालवाला में चाय की दुकान चलाने वाले दुकानदार कमलेश्वर कोठारी ने बंदर को देख लिया। बंदर को कमीज लेकर घूमते देख उन्हें शक हुआ और उन्होंने तुरंत मुनिकीरेती पुलिस को फोन कर दिया। बाद में कमलेश्वर ने समझदारी से काम लिया और बंदर को खाने की चीज दिखाई। बंदर ने खाने के लालच में तुरंत कमीज को छोड़ दिया।

ये भी पढ़ें:

यह भी पढें - पद संभालते ही एक्शन में देहरादून के नए SSP, सबसे पहले पुलिसकर्मियों को दी बड़ी चेतावनी
तब तक ढालवाला पुलिस के कांस्टेबल भी मौके पर पहुंच गए। कमीज की तलाशी लेने पर उसमें से सुरेश कुमार यादव नाम के आदमी की आईडी मिली। सुरेश इलाहाबाद का रहने वाला है। पुलिस ने उसे तुरंत फोन किया और चौकी बुला लिया। पुलिस चौकी पहुंचे सुरेश ने बताया कि वो हिलवेज कंपनी का ट्रॉला चलाता है। शनिवार को वो चीनी गोदाम रोड पर ट्रॉले को खड़ा करके सो रहा था, इसी दौरान बंदर केबिन में घुसा और उसकी कमीज लेकर चलता बना। वो बेहद परेशान थे। कमीज में 7 हजार रुपये रखे थे, आधार कार्ड, पैन कार्ड और गाड़ी की चाभी भी थी। कमलेश्वर कोठारी और पुलिस ने मदद ना की होती तो उन्हें रुपये और दस्तावेज कभी ना मिलते। सुरेश ने दुकानदार कमलेश्वर की ईमानदारी की भी तारीफ की, जिनकी समझदारी की वजह से उसे अपनी नकदी और दस्तावेज वापस मिल सके। पुलिस ने सुरेश का सारा सामान उसे वापस लौटा दिया।