देहरादून: भ्रष्टाचार रोकने की बातें तो बहुत होती हैं, लेकिन सच तो ये है कि सरकारी अधिकारी-कर्मचारी आज भी ऊपर की कमाई का लोभ छोड़ नहीं पाते। अब हल्द्वानी में ही देख लें, जहां पीडब्ल्यूडी के प्रधान सहायक ने 5 हजार रुपये में अपना ईमान बेच दिया। विजिलेंस ने प्रधान सहायक को 5 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी प्रधान सहायक का नाम प्रदीप चंद्र पांडेय है, वो हल्द्वानी के रहने वाले हैं और इस वक्त उनकी तैनाती नैनीताल में है। हल्द्वानी के एक ठेकेदार जाकिर हुसैन ने पीडब्ल्यूडी कर्मचारी के खिलाफ विजिलेंस में शिकायत दर्ज कराई थी। ठेकेदार जाकिर हुसैन ने अपनी शिकायत में कहा कि उसने साल 2015 मे लालकुआं में तहसील भवन का काम किया था। उस वक्त विभाग के पास बजट की कमी की वजह से काम रुक गया था।
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इस साल जब बजट आया तो ठेकेदार ने दोबारा से काम की अवधि सीमा बढ़ाने की मांग की, ताकि वो अपना काम पूरा कर सके। लेकिन अवधि सीमा बढ़ाने के एवज में प्रधान सहायक ने उससे दस हजार रुपये मांग लिए। ठेकेदार ने आरोपी प्रधान सहायक को 4 हजार रुपये दे भी दिए थे, पर आरोपी लगातार रुपयों की डिमांड कर रहा था, जिसके बाद परेशान ठेकेदार ने 23 अक्टूबर को पुलिस अधीक्षक सतर्कता विभाग हल्द्वानी में शिकायत दर्ज करा दी। शिकायत का सत्यपान कराने के बाद विजिलेंस ने जाल बिछाया और आरोपी अधिकारी को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। विजिलेंस ने आरोपी से रिश्वत के पांच हजार रुपये भी बरामद कर लिए हैं। आरोपी कर्मचारी के खिलाफ संबंधित धारा में केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।