उत्तराखंड देहरादूनDivya rawat working on reverse migration

देवभूमि की दिव्या रावत की मुहिम..पहाड़ के खाली गांवों को गोद लेंगी, देंगी रोजगार..जानिए कैसे

बेरोजगार युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए दिव्या रावत ने काम शुरू कर दिया है। आप भी स्वरोजगार चाहते हैं तो दिव्या से संपर्क करें।

उत्तराखंड न्यूज: Divya rawat working on reverse migration
Image: Divya rawat working on reverse migration (Source: Social Media)

देहरादून: जिसकी उम्मीद थी अब वो ही हो रहा है। एक बेटी अब पहाड़ के खाली गांवों में रोजगार रोशनी लाने के लिए तैयार है। उम्मीद की लौ दिलों में जलाए रखिए क्योंकि दिव्या रावत ने उत्तराखंड के हर शख्स के लिए एक संदेश दिया है। अपनी फेसबुक वॉल पर दिव्या ने एक संदेश दिया है। गौर से पढ़िए
‘’अगर रचनात्मकता, विचार, खोज और नवीनीकरण देखने पड़ते तो इसके दूसरे पलड़े पर आर्थिक और व्यापारिक पक्ष पर भी नजर रखना होता है। पहाड़ों को अपनी अनोखी सोच से साधने से ही हम बाहरी दुनिया को नज़र आएंगे।इसी को ध्यान में रखते हुए मैं मशरुम मिशन में ग्राहक और उत्पादक दोनों की एक कड़ी बना रही हूँ।देहरादून में मेरे मशरूम मॉल में सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों की ही मशरूम बेची जाएगी और इसके लिए में एक एक करके पहाड़ के गांव को गोद ले रही हूँ जहाँ कि मशरूम उत्पादन व्यापक रूप में होगा।मशरूम उत्पादन की यूनिट मैं लगवाऊंगी जिसमे कि सारा पैसा मेरे द्वारा लगाया जायेगा।उत्तराखंड के सभी पलायन प्रभावित गांव वाले इस संदर्भ में मुझसे सौम्य फूड्स प्राइवेट लिमिटेड मोथरोवाला देहरादून में मिल सकते हैं।मुझे आप लोगों ने गांव का नाम,प्रधान का नाम,आपके गाँव में कितने खाली मकान है,कितने बेरोज़गार युवा,महिला और किसान लोग हैं इसका ब्यौरा देना है।’’
तो बस फिर देर किस बात की? अगर आप भी स्वरोजगार से जुड़ना चाहते हैं तो दिव्या रावत से फेसबुक के जरिए संपर्क कर सकते हैं।

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - पहाड़ के जिन गांवों में मोबाइल नेटवर्क नहीं, वहां सैटेलाइट फोन बांटे जाएंगे..आपदा में मिलेगी मदद