उत्तराखंड नैनीतालbhawana and preeti tiwari from uttarakhand clear iss exam

पहाड़ की होनहार बेटियों को बधाई, आईएसएस परीक्षा में हासिल की टॉप रैंक

हल्द्वानी की रहने वाली भावना ने आईएसएस परीक्षा में पांचवी रैंक हासिल की, जबकि प्रीति 9वीं रैंक हासिल करने में सफल रहीं...

हल्द्वानी: bhawana and preeti tiwari from uttarakhand clear iss exam
Image: bhawana and preeti tiwari from uttarakhand clear iss exam (Source: Social Media)

नैनीताल: पहाड़ की होनहार बिटिया प्रीति तिवारी को बधाई। प्रीति ने संघ लोक सेवा आयोग की आईएसएस परीक्षा में नौवीं रैंक हासिल कर, उत्तराखंड को गौरवान्वित किया है। प्रीति तिवारी हल्द्वानी की रहने वाली हैं। उन्होंने इंडियन स्टैटिस्टिकल सर्विस परीक्षा-2019 में सफलता हासिल की। प्रीति ने ऑल इंडिया लेवल पर 9वीं रैंक हासिल की। प्रीति इससे पहले भी आईएसएस परीक्षा दे चुकी हैं, पर उस वक्त उन्हें सफलता नहीं मिल पाई थी। इस असफलता से प्रीति हारी नहीं। दूसरी बार में प्रीति ने परीक्षा ना सिर्फ पास की, बल्कि इसमें 9वीं रैंक हासिल कर अपनी प्रतिभा का लोहा भी मनवाया। प्रीति का परिवार कुसुमखेड़ा इलाके में रहता है। उनके पिता मोहन तिवारी एचएमटी हल्द्वानी में लेखा अधीक्षक रह चुके हैं। माता रजनी तिवारी गृहणी हैं।

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इस वक्त प्रीति के घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा है। माता-पिता भी बेटी की सफलता से गदगद हैं। इससे पहले प्रीति ने साल 2018 में आईएसएस की परीक्षा दी थी। रिटर्न में उन्हें सफलता भी मिली, पर इंटरव्यू में वो असफल हो गईं। इस असफलता से निराश होने की बजाय प्रीति ने दोगुने उत्साह से मेहनत की और इस बार परीक्षा में 9वीं रैंक हासिल कर माता-पिता का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया। प्रीति की शुरुआती पढ़ाई हल्द्वानी के बिड़ला स्कूल में हुई। साल 2015 में उन्होंने बीएससी और साल 2017 में एमएससी किया। प्रीति के अलावा हल्द्वानी की रहने वाली भावना जोशी ने भी आईएसएस परीक्षा में सफलता हासिल की है। वो ऑल इंडिया पांचवी रैंक हासिल करने में सफल रहीं। भावना का परिवार लामाचौड़ के पीपलपोखरा में रहता है। साल 2016 में एमएससी स्टैटिटिक्स करने के बाद से ही वो आईएसएस परीक्षा की तैयारी कर रहीं थीं। भावना परीक्षा में दो बार असफल रहीं, लेकिन तीसरी बार उन्होंने परीक्षा ना सिर्फ पास की, बल्कि इसमें 5वीं रैंक भी हासिल की। राज्य समीक्षा टीम की तरफ से प्रीति और भावना को बधाई...इन दोनों की सफलता पहाड़ की दूसरी बेटियों को कभी हार ना मानने की प्रेरणा देगी।