उत्तराखंड अल्मोड़ाSaint murder in ranikhet

उत्तराखंड में सनसनीखेज वारदात, गुफा मे रहकर साधना करने वाले बाबा की हत्या

बदमाशों के हमले में मारे गए बाबा केशरनाथ की उम्र 103 साल थी। वो पिछले 20 साल से एक गुफा में रह रहे थे। केशरनाथ सेना से रिटायर्ड थे। पुलिस को बाबा की कुटिया से एक लाख रुपये की नकदी और थोड़ी मात्रा में चरस मिली है...

Ranikhet: Saint murder in ranikhet
Image: Saint murder in ranikhet (Source: Social Media)

अल्मोड़ा: उत्तराखंड में आम लोगों के साथ-साथ संत समाज भी अपराधियों के निशाने पर है। मामला अल्मोड़ा का है, जहां रानीखेत में एक गुफा में रहने वाले बाबा और उनके साथी पर देर रात संदिग्ध लोगों ने धारदार हथियारों से हमला कर दिया। हमले में बाबा की मौत हो गई, जबकि उनका साथी गंभीर रूप से घायल है। देर रात हुई हत्या की वारदात से इलाके के लोग डरे हुए हैं। क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है। बाबा का नाम केशरनाथ था। बताया जाता है कि बाबा केशरनाथ की उम्र 103 साल थी। वो पिछले 20 साल से एक गुफा में रह रहे थे। बाबा की गुफा अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर स्थित कैंची धाम से करीब दो किलोमीटर दूर है। वो थुआ की पहाड़ी में स्थित गुफा में रहते थे। जहां आस-पास के लोग उनकी सेवा के लिए जाया करते थे।

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - दुखद: पहाड़ में घास लेने गई महिला की पेड़ से गिरकर मौत, गांव में पसरा मातम
कुछ दिनों से बाबा की तबीयत खराब थी। गांव में रहने वाले तीरथ सिंह मेहता उनकी सेवा कर रहे थे। गुरुवार देर रात कुछ लोग लूटपाट के इरादे से गुफा में घुस गए। उन्होंने बाबा और साथ में रह रहे व्यक्ति पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया। बाबा और तीरथ सिंह को बेरहमी से पीटा और वहां से फरार हो गए। शोर सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और घायलों को सीएचसी भवाली ले गए। जहां इलाज के दौरान बाबा की मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि बाबा आर्मी से सेवानिवृत्त हैं। वो गरुण क्षेत्र के रहने वाले थे। बाबा ग्रामीणों को बताते थे कि उन्होंने साल 1965 और 1971 के युद्ध में हिस्सा भी लिया था। बाबा के शरीर पर गोलियों के निशान भी थे। उन्हें हर महीने पेंशन के तौर पर 25 हजार रुपये मिलते थे। जिससे उन्होंने गुफा के आस-पास काफी काम कराया। हत्या की असली वजह सामने नहीं आ पाई है, लेकिन लोग दबी जुबान में चर्चा कर रहे हैं कि कुछ लोग चरस पीने के लिए गुफा में आते थे। हो सकता है कि चरस को लेकर हुए विवाद में हत्या की गई हो। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके से सबूत जुटाए हैं। बाबा की कुटिया से एक लाख रुपये की नकदी और थोड़ी मात्रा में चरस भी बरामद की गई है। पुलिस की जांच जारी है।