देहरादून: उत्तराखंड में ठंड Uttarakhand weather एक बार फिर लौट आई है। ज्यादातर जगह मौसम खराब है। बारिश का दौर जारी है। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी ने मुश्किलें बढ़ाई हैं। मौसम विभाग की मानें तो अगले 48 घंटों तक राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। मौसम का सितम मार्च के पहले हफ्ते तक जारी रहेगा। मौसम विभाग ने 29 फरवरी और एक मार्च को बर्फबारी और भारी बारिश की संभावना जताई है। मैदानों में भी मुश्किलें बढ़ेंगी। यहां कई क्षेत्रों में ओले गिरने का अनुमान है। इस वक्त प्रदेश में ज्यादातर जगहों पर बादल छाए हैं। कोहरे का असर भी बरकरार है, जिस वजह से वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शीतलहर की वजह से लोग घरों में कैद होने को मजबूर हो गए हैं। मौसम विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार अगले दो दिन गढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्र के ज्यादातर इलाकों में गरज और चमक के साथ बारिश हो सकती है। खास तौर पर पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, चंमोली, बागेश्वर और उत्तरकाशी जिलों को लोगों को सावधान रहने की जरूरत है।
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तीन हजार मीटर और उससे अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फ गिरने की संभावना है। पहाड़ के कई गांव अब भी बर्फ की सफेद चादर में लिपटे हैं। बर्फबारी की वजह से चारधाम यात्रा की तैयारियां प्रभावित हो रही हैं। रुद्रप्रयाग में केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग से बर्फ हटाई जानी है, लेकिन खराब मौसम की वजह से काम में परेशानी हो रही है। पैदल मार्ग पर भीमबली से केदारनाथ Uttarakhand weather तक 4 से 16 फीट तक बर्फ मौजूद है। बर्फ हटाने के लिए डीडीएमए-लोनिवि ने डेढ़ सौ मजदूरों को काम पर लगाया है। बारिश की वजह से जगह-जगह हादसे हो रहे हैं। पिथौरागढ़ में पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आने से एक ग्रामीण की मौत हो गई। मरने वाले शख्स का नाम कल्याण सिंह है, 47 वर्षीय कल्याण सिंह दोपातल गलाती गांव में रहते थे। वो परिवार के एकलौते कमाऊ सदस्य थे। उनकी तीन बेटियां हैं। आपको बता दें कि क्षेत्र में पहाड़ी से पत्थर गिरने की वजह से पिछले दो दिन में दो लोगों की मौत हो चुकी है। बुधवार को गलाती के ही कमान सिंह की पत्थरों की चपेट में आने से मौत हो गई थी।