उत्तराखंड रुद्रप्रयागPeople of rudraprayag dont want to go ias mangesh ghildiyal

उत्तराखंड: IAS मंगेश घिल्डियाल का ट्रांसफर रोकने की मांग, लोगों ने दिया धरना

डीएम मंगेश घिल्डियाल का तबादला रुद्रप्रयाग वालों को मंजूर नहीं है। सरकार के निर्णय के खिलाफ शुक्रवार को भारी संख्या में कलेक्ट्रेट के सामने रुद्रप्रयाग के लोगों ने जमावड़ा लगाया और धरना दिया।

Mangesh Ghildiyal: People of rudraprayag dont want to go ias mangesh ghildiyal
Image: People of rudraprayag dont want to go ias mangesh ghildiyal (Source: Social Media)

रुद्रप्रयाग: वैश्विक महामारी के बीच उत्तराखंड के अंदर हाल ही में 16 आईएएस अफसरों का तबादला हुआ है। इसमें उत्तराखंड के बहुचर्चित आईएस मंगेश घिल्डियाल का भी ट्रांसफर हुआ है। रुद्रप्रयाग जिले के निवासियों के ऊपर यह खबर बिजली की तरह गिरी है। बता दें कि रुद्रप्रयाग जिले को टॉप पर लाने वाले डीएम मंगेश घिल्डियाल सबके प्रिय हैं। रुद्रप्रयाग वासियों के लिए वह एक परिवार की सदस्य की तरह ही थे। ऐसे में उनका तबादला किसी को मंजूर नहीं। डीएम मंगेश घिल्डियाल का ट्रांसफर रोकने की मांग को लेकर जिला कलेक्ट्रेट में सभी प्रतिनिधिऔर संगठन धरने पर बैठे गए हैं।धरने पर बैठे सामाजिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों का कहना है कि वो इस फैसले का वह पुरजोर विरोध करते हैं। इसी सिलसिले में उन्होंने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिख कर भी आपत्ति दर्ज कराई और मंगेश घिल्डियाल के ट्रांसफर को रोकने की मांग की। उनका कहना है कि कोरोना महामारी के बीच जिलाधिकारियों का ट्रांसफर कहां तक उचित है। उन्होंने यह भी कहा कि नए जिलाधिकारी को रुद्रप्रयाग की परिस्थितियां समझने में काफी वक्त लगेगा।

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कोरोना के बीच अगर जरा भी चूक हो गई तो सब पर भारी पड़ेगी। आपको बता दें कि वो आइएएस मंगेश घिल्डियाल ही हैं जिन्होंने अपने डिस्ट्रिक्ट को कोरोना से बचा कर रखा हुआ है। ऐसे में सैकड़ों की संख्या में मंगेश घिल्डियाल के ट्रांसफर को रोकने की मांग की जा रही है। शुक्रवार को जनपद के विभिन्न संगठनों के लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे और धरना देना शुरू किया। इसमें महिला पतंजलि समिति स जुड़ीं 2 दर्जन से अधिक महिलाएं, केदार-बदरी श्रम समिति के अध्य्क्ष समिति के सदस्यों समेत धरने पर बैठे। सभी लोग एक स्वर में यही कह रहे हैं कि किसी भी हाल में डीएम मंगेश घिल्डियाल का तबादला न हो। उनका मानना है कि केवल उनके काबिल डीएम की बदौलत ही रुद्रप्रयाग अबतक ग्रीन जोन में है। ऐसी मुश्किल परिस्थितियों के बीच सरकार के द्वारा जिलाधिकारी का तबादला रुद्रप्रयाग को मंजूर नहीं है। तहसील प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को ज्ञापन भी भेजा गया जिसमें डीएम मंगेश घिल्डियाल के ट्रांसफर को रोकने की मांग की है।