उत्तराखंड टिहरी गढ़वालPreetam bharatwan and sansad nishank song

उत्तराखंड: सांसद निशंक ने लिखा, लोकगायक प्रीतम भरतवाण ने गाया..सुपरहिट हुआ ये गीत

रिवर्स पलायन का संदेश देता यह नया गीत सोशल मीडिया पर हाल ही में रिलीज हुआ है जिसे लिखा है पूर्व केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉक्टर रमेश पोखरियाल ने और आवाज दी है जागर सम्राट पद्मश्री प्रीतम भरतवाण ने। आप भी देखिए

MP Nishank song: Preetam bharatwan and sansad nishank song
Image: Preetam bharatwan and sansad nishank song (Source: Social Media)

टिहरी गढ़वाल: उत्तराखंड की तकदीर अब भी वैसी ही है जैसे पहले थी। पलायन....इसी शब्द के आसपास घूम रही है उत्तराखंड के पहाड़ों की किस्मत। यह पहाड़ों की दुविधा है कि लोग इसको छोड़ कर शहरों की तरफ रुख कर रहे गई हैं। वैसे तो उत्तराखंड के पहाड़ों की वादियां सबको बहुत खूबसूरत लगती हैं मगर जरा नजदीक से देखें तो हमें गांव में पसरा सन्नाटा नजर आएगा। बंजर पड़े खेत नजर आएंगे। हमें गांव में रह रहे बुजुर्ग नजर आएंगे जो शहर जा चुके बच्चों का इंतजार कर रहे हैं। दुविधा ऐसी है कि पलायन के ऊपर कितना कुछ कहा जा चुका है, कितना कुछ लिखा जा चुका है। 22 वर्ष उत्तराखंड के मूल निवासी और पूर्व केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉक्टर रमेश पोखरियाल ने पहाड़ों की दुविधा और पीड़ा को एक गीत के रूप में पन्नों में दर्ज किया था। गीत का नाम है " आवा गौं जौंला "। उन्होंने इस गीत के माध्यम से युवाओं को गांव में वापस लौटने का संदेश दिया। रमेश पोखरियाल के द्वारा लिखे गए इस गीत को हाल ही में जागर के प्रसिद्ध पद्मश्री प्रीतम भरतवाण है ने अपनी सुरीली आवाज दी है जो कि सोशल मीडिया पर खूब धूम मचा रहा है।

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - उत्तराखंड पुलिस के जज्बे को बॉलीवुड सिंगर जुबिन नौटियाल का सलाम..देखिए खूबसूरत गीत
उत्तराखंड में पलायन को रोकना बेहद जरूरी है। पलायन के चलते प्रदेश के लगभग 1700 गांव खाली हो चुके हैं। ऐसे में जरूरी है कि लोग रिवर्स पलायन के पथ पर अग्रसर हों। इसी का संदेश देता है डॉक्टर रमेश पोखरियाल द्वारा लिखा यह गीत जिसको और निखारा है जागर सम्राट पद्मश्री प्रीतम भरतवाण ने। उन्होंने इस गीत में अपनी सुरीली आवाज दी है जो लोगों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है। अबतक सोशल मीडिया पर इस गीत को 70 हजार से अधिक लोगों द्वारा सुना जा चुका है और यह काफी वायरल हो रहा है। " आवा गौं जौंला " गीत के अंदर उत्तराखंड के गांव की सुंदरता दिखाई और खूबसूरती दिखाई है वहां का रहन-सहन और लोगों की जिंदगी को बहुत करीब सर दिखाया है। 5 दिन पूर्व सोशल मीडिया पर रिलीज हुई इस गाने को 70 हजार से भी अधिक लोगों का प्यार मिल चुका है। सोशल मीडिया पर रिवर्स पलायन का संदेश देता यह गाना खूब शेयर हो रहा है। चलिए बिना देरी किए आपको सुनाते हैं पलायन कर चुके युवाओं के लिए संदेश के तौर पर बनाया गया यह सुंदर गीत।

सब्सक्राइब करें: