उत्तराखंड पिथौरागढ़Prakash singh bora of pithoragarh wave off one year rent

पहाड़ के प्रकाश का नेक काम..मुश्किल घड़ी में किराएदारों का 1 साल का किराया माफ

घर में किराएदार के तौर पर रहने वाले जरूरतमंद मजदूरों की मजबूरी और उनके ऊपर आई मुसीबत को समझते हुए पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग निवासी प्रकाश सिंह बोरा ने सभी मजदूरों का साल भर का किराया माफ कर के इंसानियत का जीता-जागता उदाहरण दिया है।

Pithoragarh News: Prakash singh bora of pithoragarh wave off one year rent
Image: Prakash singh bora of pithoragarh wave off one year rent (Source: Social Media)

पिथौरागढ़: नेकदिली की फेहरिस्त में हमारे पहाड़ी भाई-बन्धु सर्वदा अपना नाम शुमार करते आए हैं। किसी को मदद की जरूरत होती है तो वो हमेशा आगे आते हैं। कोरोना के दौरान हमारे पहाड़ के बंधु जरूरतमंदों की तरफ मदद का हाथ बढ़ा रहे हैं। कोरोना का खौफ इस समय राज्य में चरम पर है। लॉकडाउन के दौरान कई लोग बेरोजगार हो चुके हैं। यह वक्त बेहद कठिन है। ऐसे मुश्किल हालातों में एक ओर कई मकान मालिक हैं जो अपना फायदा देखते हुए किराएदारों से किराया मांग रहे हैं। वे उनके साथ जोर जबर्दस्ती कर रहे हैं और किराया न देने पर कमरा खाली करने की धमकी दे रहे हैं। यह लोग अपने गरीब और बेरोजगार किराएदारों की दुविधा समझे बिना ही उनपर किराया देने का प्रेशर बना रहे हैं और उनके साथ अभद्रता कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कुछ नेक दिल लोग भी हैं जो नैतिकता के आधार पर अपने किराएदारों का किराया माफ कर रहे हैं। आज राज्य समीक्षा ऐसे ही जिंदादिल व्यक्ति से आपका परिचय कराने जा रहे हैं जिन्होंने अपने घर मे रहने वाले किराएदारों का साल भर का किराया माफ कर दिया। हम बात कर रहे हैं पिथौरागढ़ के प्रकाश बोरा की जो नैतिकता की मिसाल बनकर समाज के सामने आए हैं। उन्होंने यह साबित कर दिया है कि किसी के सिर से अगर हम थोड़ी सी परेशानी कम सकें तो ही हम सही मायनों में मनुष्य हैं।

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कहते हैं विपदा की घड़ी जब आती है तो एक मनुष्य ही मनुष्य का हाथ थामता है। पिथौरागढ़ के बेरीनाग तहसील में रहने वाले प्रकाश बोरा ने अपने सभी किराएदार मजदूरों का साल भर का किराया माफ कर दिया। उनके इस नेक काम के पीछे की नीयत भी बेहद साफ है। निस्वार्थ भाव से वे ही सभी लोगों को मुफ्त में साल भर के लिए रहने के लिए छत दे रहे हैं। उनका कहना है कि उन्होंने यह फैसला लॉकडाउन के चलते काम-धंधा बंद होने के कारण मजदूरों के ऊपर आए संकट को देखते हुए किया है। प्रकाश बोरा ने न केवल अपने घर में रह रहे मजदूरों का साल भर का किराया माफ किया है बल्कि उनको राशन भी मुहैया कराया है। प्रकाश बेरीनाग में एक दुकान भी चलते हैं। उन्होंने यह मानवीय कदम उठा कर उन सभी निर्दयी लोगों के सामने उदाहरण रखा है जो इस लॉकडाउन में भी जरूरतमंद किराएदारों से किराया वसूलने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। प्रकाश सिंह बोरा ने यह भी कहा कि जरूरतमंदों की मदद करना उनका फर्ज है। प्रकाश सिंह बोरा के इस मानवीय फैसले पर हम सभी को गर्व है।