उत्तराखंड पौड़ी गढ़वालTurf wicket ready at Pauri Garhwal Ransi Stadium

गढ़वाल में एशिया का दूसरा सबसे ऊंचा क्रिकेट मैदान, अब यहां तैयार है टर्फ विकेट

अब पौड़ी में भी क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए टर्फ विकेट जैसी राष्ट्रीय स्तर की आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। जानिए खूबियां ....

Pauri Garhwal Ransi Stadium: Turf wicket ready at Pauri Garhwal Ransi Stadium
Image: Turf wicket ready at Pauri Garhwal Ransi Stadium (Source: Social Media)

पौड़ी गढ़वाल: क्रिकेट की दुनिया में नाम कमाने की चाहत रखने वाले पहाड़ के क्रिकेटर्स के पास अपना हुनर संवारने का शानदार मौका है। पौड़ी के रांसी स्टेडियम में टर्फ विकेट बन गया है। प्रदेश की खेल प्रतिभाओं को तराशने के लिए यहां टर्फ विकेट बनाया गया है। इससे उन खिलाड़ियों को बहुत मदद मिलेगी जो जूनियर और रणजी ट्रॉफी के ट्रायल में हिस्सा लेना चाहते हैं। टर्फ विकेट के जरिए पहाड़ के खिलाड़ियों की असली प्रतिभा निखरकर सामने आएगी। पौड़ी गढ़वाल का रांसी स्टेडियम एशिया के सबसे ऊंचे स्टेडियमों में शुमार है। पहले यहां टर्फ विकेट नहीं थी। जिस वजह से पौड़ी और आस-पास के क्षेत्रों में रहने वाले क्रिकेटर्स मिट्टी की पिच पर प्रैक्टिस किया करते थे। इस दौरान उन्हें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। आगे जानिए खूबियां

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आईसीसी और बीसीसीआई नॉर्म्स के मुताबिक जब कोई नई विकेट तैयार की जाती है तो उसमें दो लेयर डाली जाती हैं। ऊपरी लेयर को 'प्लेइंग सरफेस' कहते हैं..उसमें 8-12 इंच की मोटी क्ले की पट्टी बनाई जाती है। दूसरी लेयर 8 इंच की होती है, जो दो भागों में बांटी जाती है. पहले 4 इंच में रेत ठोस करने के बाद दूसरे 4 इंच में बलुई मिट्टी डाली जाती है। करीब 1 साल की मेहनत के बाद कोई टर्फ विकेट तैयार होती है। पहाड़ में मिट्टी की पिच पर प्रैक्टिस करने वाले यही खिलाड़ी जब बाहर जाते थे तो वो खुद को टर्फ विकेट पर असहज पाते थे। अब ये दिक्कत दूर हो जाएगी। रांसी स्टेडियम में टर्फ विकेट बनने से अब पहाड़ के क्रिकेटर्स की परफॉर्मेंस निखर कर सामने आएगी। पौड़ी के रांसी स्टेडियम में टर्फ विकेट बनवाने में यहां के प्रशासन का उल्लेखनीय योगदान रहा। पौड़ी के एसडीएम अंशुल सिंह खुद भी क्रिकेट प्रेमी हैं। इसलिए वो पौड़ी के मैदान में खिलाड़ियों के लिए बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रयासरत रहे हैं। उन्होंने कहा कि पौड़ी के बच्चों में क्रिकेट के प्रति दिलचस्पी है। आने वाले समय में पहाड़ से बेहतरीन क्रिकेटर निकलें, इसे ध्यान में रखते हुए पौड़ी में टर्फ विकेट पिच का निर्माण कराया गया है।

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रांसी मैदान में टर्फ विकेट पर अभ्यास करके पौड़ी के युवा जब भी आगे ट्रायल देने जाएंगे तो उन्हें किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होगी। पहाड़ के क्रिकेटर प्रतिभाशाली हैं। अवसर मिले तो वो आईपीएल तक में अपना नाम दर्ज करा सकते हैं। टर्फ विकेट बनने से यहां के खिलाड़ी भी खुश हैं और कोच भी। क्रिकेट कोच विकास बिष्ट ने कहा कि पौड़ी के खिलाड़ी अब तक मिट्टी और मैट में ट्रेनिंग लेते आ रहे थे। जिस वजह से उन्हें आगे ट्रायल देने में बहुत दिक्कत होती थी। अब ये समस्या दूर हो जाएगी। रांसी स्टेडियम में टर्फ विकेट यानी क्रिकेट पिच बनाने के लिए जिस मिट्टी का इस्तेमाल किया गया है, वह राजस्थान से मंगवाई गई है। रणजी ट्रॉफी और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी इसी तरह की पिच पर क्रिकेट खेला जाता है। गढ़वाल मंडल में देहरादून के अलावा पहली बार पौड़ी में इस तरह की पिच का निर्माण किया गया है। जिससे खिलाड़ियों को प्रैक्टिस में काफी फायदा होगा।