पौड़ी गढ़वाल: पौड़ी गढ़वाल का कोटद्वार शहर। एक वक्त था, जब इस जगह को गढ़वाल के मुख्य बाजार के रूप में जाना जाता था, लेकिन आज ये शहर स्मैक और चरस की तस्करी के लिए बदनाम है। मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ पुलिस शहरभर में अभियान चला रही है, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल रहा। हाल ही में पुलिस ने यहां एक पूर्व सैनिक को चरस की तस्करी करते पकड़ा। आरोपी के पास से पुलिस ने 216 ग्राम चरस बरामद की। पुलिस पूछताछ में पता चला कि वो दूसरे राज्यों से चरस लाकर क्षेत्र के युवाओं को बेचता था। फिलहाल आरोपी से पूछताछ जारी है। पुलिस उसके दूसरे साथियों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है। जागरण की खबर के मुताबिक पकड़े गए पूर्व सैनिक का नाम कमलेश है। कमलेश का परिवार ध्रुवपुर में रहता है। वहां कमलेश की परचून की दुकान है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कमलेश इंडियन आर्मी में था। साल 2016 में वो इंडियन आर्मी से रिटायर हो गया। रिटायरमेंट के वक्त उसे 18 लाख रुपये मिले थे। इस रुपये से उसने एक ऑटो खरीदा और बची हुई रकम ब्याज पर लगा दी। आगे पढ़िए
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कमलेश ने प्लानिंग तो ठीक की थी, लेकिन मुनाफा नहीं हुआ। ब्याज पर लगी सारी रकम डूब गई। ब्याज में नुकसान होने पर कमलेश ने चरस की तस्करी शुरू कर दी। वो दूसरे राज्यों से चरस लाकर क्षेत्र के युवाओं को बेचने लगा। परचून की दुकान की आड़ में पूर्व फौजी कमलेश चरस की तस्करी कर रहा था। कुछ दिन पहले पुलिस को परचून की दुकान में चरस बेचे जाने की सूचना मिली। जिसके बाद पुलिस ने दुकान में छापा मारकर आरोपी को चरस बेचते धर दबोचा। आरोपी के पास से 216 ग्राम चरस और 48 हजार रुपये भी बरामद हुए। पुलिस ने आरोपी कमलेश के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। फिलहाल पुलिस कमलेश से पूछताछ कर रही है। उसके साथियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। साथ ही कमलेश कहां से चरस लाता था, इसकी भी जांच की जा रही है। पुलिस क्षेत्राधिकारी अनिल जोशी ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी. रेणुका देवी के निर्देशन में क्षेत्र में नशीले पदार्थों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।