उधमसिंह नगर: यह सत्य है कि प्रेम और युद्ध में सब कुछ जायज है और दोनों में ही सभी तरह की हदें भी पार हो जाती हैं। प्रेम एक ऐसी चीज है जिसमें पड़ने के बाद दोनों प्रेमी जंग लड़ने के लिए तैयार रहते हैं। और अगर उनके बीच में कोई अड़चन या रोड़ा आता है तो वे उससे भी लड़ने के लिए तैयार रहते हैं। वहीं प्यार में धोखा पाने और ठुकराने पर कई एक-दूसरे की जान तक ले लेते हैं मगर उत्तराखंड के उधमसिंह में एक अनोखी ही प्रेम कहानी देखने को मिली। यूएसनगर के जसपुर में जब एक प्रेमी ने शादी से इंकार किया तो प्रेमिका सीधा अपने प्रेमी के गांव पहुंच गई और उसके घर के सामने धरना दे दिया। जी हां, ऐसा शायद ही कभी देखने को मिला हो। लड़की को धरना देते देख लड़के के परिजनों ने पुलिस को सूचित किया। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों के बीच समझौता कराया। आखिरकार प्रेमिका का धरना देना सफल हुआ एवं दोनों का विवाह कराया गया। आगे पढ़िए
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धरना देने वाली युवती ग्राम रेहमापुर जसपुर की निवासी है। युवती के घर ग्राम नन्नूवाला ठाकुरद्वारा के निवासी एक युवक का काफी लंबे समय से आना-जाना था। इसी के चलते दोनों के अंदर दोस्ती हो गई और धीरे-धीरे वह दोस्ती प्रेम में तब्दील हो गई। समय बीतने पर जब युवती ने अपने प्रेमी से शादी करने की बात कही तो उसके प्रेमी ने शादी करने से इंकार कर दिया। प्रेमी द्वारा अपने प्रेम को ठुकराए जाने के बाद युवती ने अपने प्रेमी के घर पर धरना देने का निर्णय लिया और वह अपने प्रेमी के गांव पहुंच कर शादी करने की जिद करते हुए धरने पर बैठ गई। यहां तक कि उसने प्रेमी के घर की चौखट पर अपनी जान देने तक की धमकी भी दी। शोरगुल सुनकर वहां ग्रामीण आसपास जमा हो गए और तुरंत ही पुलिस को इस बात की सूचना दी। सूचना मिलने पर ठाकुरद्वारा कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों के बालिग होने पर परिजनों को बुलाकर दोनों पक्षों के बीच समझौता कराया और समझौता होने के बाद दोनों पक्ष शादी के लिए राजी हो गए। वही ग्राम नन्नूवाला के ग्राम प्रधान धर्मेंद्र सिंह के मुताबिक दोनों पक्षों की सहमति के बाद प्रेमी युगल का विवाह गांव में ही करा दिया गया।