पौड़ी गढ़वाल: अगर आप पहाड़ की खूबसूरत वादियों में घर बनाने का सपना देख रहे हैं। वहां बसने की प्लानिंग कर रहे हैं तो जमीन खरीदते वक्त सतर्क रहें। ऐसा ना हो कि भूमाफिया दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा कर आपकी मेहनत की कमाई पर सेंध लगा दें। पौड़ी गढ़वाल के श्रीनगर में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां गांव के एक आदमी ने आरोप लगाया है कि उसके मरे हुए दादा और ताऊजी के नाम पर दर्ज जमीन को किसी ने बेचकर फर्जी तरीके से उसकी रजिस्ट्री भी करा दी। सोमवार को पीड़ित गांव के दूसरे लोगों को साथ लेकर श्रीनगर तहसील पहुंचा और संबंधित जमीन की रजिस्ट्री पर रोक लगाने की मांग की। पीड़ित का नाम नंदकिशोर मैठाणी है। वो खंडाह के पास स्थित असनोली ग्रामसभा के पीपलकोटी गांव में रहते हैं। प्रार्थना पत्र में उन्होंने बताया कि खंडाह के पास गंगादर्शन मोड़ से लगभग दो किलोमीटर आगे सिरसोड में उनकी साढ़े नौ नाली जमीन है। ये जमीन उनके दादा स्व. सुरेशानंद मैठाणी और ताऊ स्व. जगदीश मैठाणी के नाम पर दर्ज है। नंदकिशोर मैठाणी ने बताया कि उनके दादा की कई साल पहले मौत हो चुकी है। आगे पढ़िए
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साल 2002 उनके ताऊ स्व. जगदीश मैठाणी का भी निधन हो गया। नंदकिशोर मैठाणी का आरोप है कि 23 मई 2020 को उनके दादा और ताऊ के नाम पर दर्ज साढ़े नौ नाली जमीन की बिक्री कर उसकी रजिस्ट्री भी कर दी गई। जो कि गैरकानूनी है। पीड़ित नंदकिशोर मैठाणी ने अब श्रीनगर तहसील में इसे लेकर प्रार्थना पत्र दिया है। जिसमें उन्होंने जमीन की रजिस्ट्री पर रोक लगाने के साथ ही दाखिल खारिज पर भी रोक लगाने की मांग की। वहीं पीपलकोटी के ही रहने वाले कुशलानंद नौटियाल ने कहा कि उसी खाते में उनके नाम पर भी जमीन दर्ज है, इसलिए रजिस्ट्री पर तुरंत रोक लगाई जाए। इसके अलावा गिरगांव के रहने वाले हरिकृष्ण नौटियाल ने भी श्रीनगर तहसील में अपनी शिकायत को लेकर प्रार्थना पत्र दिया है। उन्होंने कहा कि खंडाह के पास चमसेरा में उनके सिंचित खेतों में खनन सामग्री का भंडारण किया जा रहा है, जो कि गलत है। उन्हें प्रशासन से इस पर तुरंत रोक लगाने की मांग की।