उत्तराखंड पिथौरागढ़Snow storm in munsiyari

उत्तराखंड के हिमालयी क्षेत्र में बर्फीला तूफान..कड़ाके की ठंड बढ़ने के आसार

मुनस्यारी में सुबह चार बजे से बर्फीला तूफान शुरू हुआ। ठंडी हवाएं लोगों को कंपा रही थीं। बर्फीले तूफान का असर 5 घंटे तक रहा।

Munsiyari News: Snow storm in munsiyari
Image: Snow storm in munsiyari (Source: Social Media)

पिथौरागढ़: उत्तराखंड में कड़ाके की सर्दी लोगों को कंपा रही है। इस बार नवंबर में पड़ी ठंड ने पिछले कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए। बात करें सीमांत जिले पिथौरागढ़ की, तो यहां भी ठंडी हवाएं लोगों को बेचैन कर रही हैं। मुनस्यारी के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पिछले चार दिनों से लगातार बर्फबारी के बाद शुक्रवार को बर्फीला तूफान आया। माइग्रेशन गांव मिलम तक पहुंचा यह तूफान पांच घंटे से अधिक समय तक रहा। राहत ये रही कि बर्फीले तूफान से क्षेत्र में कहीं नुकसान नहीं हुआ है। हालांकि बर्फीले तूफान के बाद अब और ठंड पड़ने का अनुमान है। मौसम विशेषज्ञ पहले ही कह चुके हैं कि इस बार पिछले सालों की अपेक्षा ज्यादा ठंड पड़ेगी। इस भविष्यवाणी का असर भी दिखने लगा है।मुनस्यारी में शुक्रवार सुबह चार बजे से बर्फीला तूफान शुरू हुआ। ठंडी हवाएं लोगों को कंपा रही थीं। बर्फीले तूफान का असर 5 घंटे तक रहा। इस दौरान पंचाचूली, राजरम्भा, हसलिंग, नागनी धुरा, छिपलाकेदार, मिलम और नंदा देवी सहित समुद्र तल से 3000 मीटर की ऊंचाई वाले इलाकों में तेज हवाएं चलती रहीं। स्थानीय लोगों के अनुसार सुबह से शुरू हुए इस बर्फीले तूफान की गति सुबह 9 बजे के बाद ही हल्की हुई।

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पिथौरागढ़ का मुनस्यारी-मिलम सीमांत क्षेत्र है। ये इलाका चीन बॉर्डर से सटा है। शुक्रवार को आए बर्फीले तूफान का असर यहां भारत-चीन सीमा पर स्थित अग्रिम चौकियों में भी दिखा। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में इन दिनों हाड़ कंपाने वाली ठंड पड़ रही है। बीते दिन माइग्रेशन गांवों में भी बर्फीले तूफान का असर देखा गया। मिलम के अलावा पांछू, गंधर, लवां, लास्पा, बुगडियार और मार्तोली समेत कई गांवों के लोग दिनभर ठंड से ठिठुरते रहे। मिलम में सेना और आईटीबीपी की चौकियां हैं, जबकि लास्पा में बीआरओ की चेकपोस्ट स्थित हैं। यहां भी बर्फीले तूफान का असर महसूस किया गया। इससे पहले क्षेत्र में साल 2018 में तीन बार बर्फीला तूफान आया था। उस वक्त बिल्जू, बुर्फू, तोला, मर्तोली, बुगडियार, लास्पा, पांछू, गंधर और लवां में तूफान की वजह से कई घरों की छतें उड़ गई थीं। इन इलाकों में शुक्रवार की सुबह भी बर्फीला तूफान आने की सूचना है, हालांकि इससे कहीं कोई नुकसान नहीं हुआ है।