देहरादून: पहाड़ की ठंडी हवा के बीच सुकून के कुछ पल, दूर तक फैले चीड़-देवदार के पेड़ और पर्वतों की ओट में छिपता शाम का सूरज...ये सीन सपने जैसा लगता है, लेकिन उत्तराखंड में ऐसी कई जगहें हैं, जहां ये सपना हर दिन, हर शाम सच होता है। ऐसी ही एक जगह है पहाड़ों की रानी मसूरी। जहां इन दिनों विंटर लाइन का दुर्लभ नजारा देखने को मिल रहा है। इस मनमोहक दृश्य को अपनी यादों का हिस्सा बनाने के लिए देश के कोने-कोने से सैलानी मसूरी पहुंच रहे हैं। विंटर लाइन देखने वाले पर्यटकों का उत्साह देखते ही बन रहा है। इन दिनों मसूरी में मौसम साफ है। ऐसे में शाम होते ही शहर के लालटिब्बा, मालरोड और विन्सेंट हिल से विंटर लाइन नजर आने लगती है। प्रकृति की इस अद्भुत कारीगरी को देख पर्यटक मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। अलग-अलग राज्यों से मसूरी पहुंचे पर्यटकों का कहना है कि कुदरत ने मसूरी शहर को कई खूबसूरत नजारे दिए हैं। इन्हीं में से एक है विंटर लाइन। इसे देखकर जो अनुभव होता है। उसे बयां कर पाना बहुत मुश्किल है। यह सचमुच सुकून देने वाला है। विंटर लाइन एक अद्भुत घटना है। जो दुनिया में कुछ ही जगहों पर दिखाई देती है। ये दुनिया की सबसे बड़ी छाया है, जो आसमान में दिखाई देती है। आगे पढ़िए
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जिन जगहों पर विंटर लाइन दिखाई देती है उनमें मसूरी, केपटाउन, स्विटजरलैंड और अफ्रीका शामिल हैं। ऐसे में आप प्रकृति के इस दुर्लभ नजारे का महत्व आसानी से समझ सकते हैं। मसूरी में विंटर लाइन नवंबर से फरवरी के बीच दिखाई देती है। सूर्यास्त के बाद पश्चिम दिशा में आसमान में एक अनोखा नजारा दिखाई देता है। आसमान में एक रंग उभरता है, जो हर किसी का मन मोह लेता है। लाल और नारंगी लाइन के तौर पर दिखने वाले कुदरत के इस जादू को देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक मसूरी खिंचे चले आते हैं। इन दिनों भी मसूरी में पर्यटकों का जमघट लगा है। इसे देखते हुए नगर पालिका प्रशासन अब शहर में अलग-अलग जगहों पर व्यू प्वाइंट बनाने की प्लानिंग कर रहा है। ताकि ऑफ सीजन माने जाने वाले विंटर सीजन में ज्यादा से ज्यादा पर्यटकों को आकर्षित किया जा