बागेश्वर: सरकारी योजना के तहत बने ओपन जिम खुद की ‘सेहत’ तक नहीं संभाल पा रहे। अब बागेश्वर में ही देख लें। कुछ दिन पहले यहां ओपन जिम खुला था। दावे किए गए थे कि ओपन जिम के माध्यम से गरीब युवा अपनी सेहत बना सकेंगे। खुद को स्वस्थ रख सकेंगे, लेकिन ये ओपन जिम तीन दिन भी नहीं चल पाया। जिम में मशीनें लगाने पर तीन लाख रुपये खर्च हुए। इसे लेकर लोग बहुत उत्साहित थे, लेकिन अब यहां कई उपकरणों के नट बोल्ट खिसक कर अलग हो गए हैं। ऐसे में ये जिम सेहत बनाए न बनाए, लेकिन हादसों का सबब जरूर बन सकता है। जिम की हालत देख लोग हताश हैं, नगर पालिका पर भी गुणवत्ता की अनदेखी के आरोप लग रहे हैं। मामला नुमाइशखेत क्षेत्र का है। नए साल के दिन यहां रामलीला भवन के पास ओपन जिम का उद्घाटन हुआ था। जिम पर 3 लाख 20 हजार की लागत आई। नगर पालिका द्वारा बनाए गए इस जिम का उद्घाटन पालिकाध्यक्ष ने किया था, लेकिन ये जिम तीन दिन भी नहीं चल सका। दो दिन बाद ही ओपन जिम की मशीनों के पेंच खिसक गए।
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इस ओपन जिम में इयर स्विंग, बाइसाइकिल, इयर वॉकर, चिनअप बार, लैग प्रेस और पुल चेयर आदि लगाए गए हैं, जिनमें से दो मशीनों के नट बोल्ट ढीले हो गए हैं। बाइसाइकिल का एक पैडल गायब हो गया है। चिनअप बार का भी नट बोल्ट ढीला हो गया है, जिससे हादसे की आशंका बनी हुई है। ओपन जिम में आस-पास के बच्चे बड़ी संख्या में खेलने आते हैं, ऐसे में उनके साथ कभी भी हादसा हो सकता है। जिम के उपकरणों के खराब होने के बाद नगर पालिका के काम पर सवाल उठ रहे हैं। लोगों ने उपकरण खरीद मामले की जांच की मांग की है। वहीं नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी राजदेव जायसी ने कहा कि जो भी उपकरण टूटे हुए हैं, उन्हें ठीक कराया जाएगा। मशीनों को ठीक करने के लिए कर्मचारी को मौके पर भेजा गया है।