उत्तराखंड नैनीतालUttarakhand prohibits import of chicken eggs

उत्तराखंड में बर्ड फ्लू का खतरा..प्रभावित राज्यों से चिकन और अंडों के आयात पर रोक

देश भर में बढ़ते बर्ड फ्लू को देखते हुए अब उत्तराखंड में भी बर्ड फ्लू प्रभावित राज्यों से मुर्गों एवं चूजों के आयात करने पर रोक लगा दी है। राज्य में इस से संबंधित एसओपी भी जारी कर दी है

Uttarakhand bird flu: Uttarakhand prohibits import of chicken eggs
Image: Uttarakhand prohibits import of chicken eggs (Source: Social Media)

नैनीताल: उत्तराखंड में बर्ड फ्लू का खौफ अपने चरम पर है। कोरोना के साथ अब बर्ड फ्लू की वजह से उत्तराखंड में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। वन अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दे दिए हैं। नैनीताल के चिड़ियाघर में भी चिकन और अंडे पर भी रोक लगा दी है और सभी जानवरों को इससे बचाने की पूरी तैयारी की जा रही है। यह तो सबको पता ही होगा कि पूरे देश भर में बर्ड फ्लू की वजह से अफरा-तफरी मच गई है। उत्तराखंड के पड़ोसी राज्यों में बर्ड फ्लू के ढेरों केस देखने को मिल रहे हैं। ऐसे में राज्य में भी इस फ्लू के फैलने का खतरा बढ़ जाता है। वहीं उत्तराखंड में अब बर्ड फ्लू प्रभावित राज्यों से मुर्गों एवं चूजों के आयात करने पर भी रोक लगा दी है। जी हां, इन राज्यों के पोल्ट्री फार्म से उत्तराखंड आने वाले मुर्गो एवं चूजों के आयात पर रोक लगा दी है। वहीं अगर इन राज्यों के पोल्ट्री फार्म के साथ पहले कॉन्ट्रैक्ट बन चुका है तो उसके लिए भी शर्तें लागू होंगी और केवल उन्हीं फॉर्म से आयात किया जाएगा जहां पर 3 माह पहले बर्ड फ्लू के लक्षण वाली कोई बीमारी नहीं हुई होगी। पशुपालन विभाग ने बर्ड फ्लू को लेकर जारी एसओपी में इस के निर्देश दिए हैं

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एसओपी में कई प्रावधान किए गए हैं और उनका सख्ताई से पालन भी कराया जा रहा है। पशुपालन निदेशक डॉक्टर केके जोशी के अनुसार यदि किसी फार्म में बीमारी के लक्षण दिखाई देंगे तो उन फार्मों से अंडे एवं अन्य उत्पाद की खरीद बंद की जाएगी। डॉक्टर केके जोशी के अनुसार बर्ड फ्लू में सावधानी बरती जाने पर इस पर आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है और इसमें डरने जैसी कोई बात नहीं है। वहीं प्रवासी पक्षियों के उत्तराखंड में ठहरने के स्थानों पर भी वन विभाग कड़ी निगरानी रख रहा है। निदेशक केके जोशी ने लोगों से अपील की है कि अंडे एवं चिकन का सेवन करने वाले लोग भी सावधानी बरतें। अंडे और चिकन को अच्छी तरह से पका कर ही खाएं क्योंकि अच्छे से पके हुए चिकन और अंडे के अंदर किसी भी तरह का फ्लू नहीं आ सकता। बर्ड फ्लू का यह विषाणु अत्यधिक गर्मी पर निष्क्रिय हो जाता है। ऐसे में पोल्ट्री उत्पाद ठीक से पके हुए हों तो उनका सेवन बिना डरे किया जा सकता है।