पिथौरागढ़: उत्तराखंड में खनन माफियों की दादागिरी दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। अब आम लोगों के साथ खनन माफिया पुलिस के साथ भी दादागिरी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। उनका दुस्साहस इस कदर बढ़ चुका है कि राज्य में अनुशासन स्थापित करने वाली उत्तराखंड की पुलिस के साथ अभद्र व्यवहार कर रहे हैं। पिथौरागढ़ में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला। पिथौरागढ़ के थाना क्षेत्र में खनन माफियों ने शनिवार रात अवैध खनन रोकने गए एक पटवारी की जमकर पिटाई कर दी। जी हां, यह बेहद शर्मनाक है कि खनन माफियाओं की हिम्मत इस कदर बढ़ चुकी है कि अब वे पुलिस के साथ भी हाथापाई पर उतर आए हैं। गंभीर रूप से घायल पटवारी ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। जिस पटवारी के साथ खनन माफियों ने यह बदसलूकी की और उनको जमकर पीटा उनकी पहचान मनीष भट्ट के रूप में हुई है। तहसीलदार एलएन तिवारी ने बताया कि प्रशासन को रामगंगा नदी में अवैध खनन की शिकायत मिली थी उसके बाद मौके पर पटवारी मनीष भट्ट को भेजा गया था। उनके वहां पर पहुंचते ही खनन माफियों में मनीष भट्ट पर हमला बोल दिया और उनके ऊपर जानलेवा हमला कर दिया।
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बुरी तरह घायल पटवारी ने मौके से भाग कर किसी तरह अपनी जान बचाई और उन्होंने इस घटना की तहरीर पुलिस को दी है। पुलिस ने आरोपी अमित सत्याल और एक अज्ञात के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। एलएन तिवारी का कहना है कि बीते शनिवार की रात को नंबर प्लेट की गाड़ी में अवैध खनन सामग्री भरी जा रही थी जिसके बाद राजस्व उप निरीक्षक मनीष भट्ट ने तुरंत ही एक्शन लिया और वहां पर पहुंचे। मगर अवैध खनन माफियाओं ने उल्टा उनके ऊपर हमला कर उनको गंभीर रूप से घायल कर दिया। आरोपियों के वाहन की खोजबीन की जा रही है और पटवारी की तहरीर के आधार पर दो आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस द्वारा मामले की जांच कर जल्द ही आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।